बेतिया। देश में पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉक्टर राधाकृष्णन के 133 वी जयंती के अवसर पर हर वर्ष की भांति निर्धारित तिथि 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में बड़े ही सुंदर ढंग से मनाया गया इसमें छात्र एवं शिक्षकों के बीच शिक्षण संस्थान में कैसा संबंध होना चाहिए? इस पर चर्चाएं की गई। प्रत्येक शिक्षण संस्थानों में छात्र अपने गुरुजनों को आदर भाव से अल्पाहार एवं छोटी बड़ी तोहफा प्रस्तुत किए। सबसे महत्वपूर्ण जिले के चनपटिया प्रखंड अंतर्गत रानीपुर रमपुरवा पंचायत के तीरहूंतीया टोला निवासी परमानंद झा के छोटे पुत्र दिवंगत सुभाष चंद्र झा जो सरकारी विद्यालय में एक शिक्षक थे के याद में शिक्षक दिवस के अवसर पर अपने घर के परिसर में एक भव्य कार्यक्रम परमानंद झा समाजसेवी उनकी पुत्री पूनम मिश्रा एवं उनके मझले पुत्र श्विकास चंद्र झा के नेतृत्व में आयोजित की गई। जिसमें आगंतुक शिक्षकों को एवं गरीब छात्र-छात्राओं अभिभावकों को एक डायरी , उत्तर पुस्तिका एवं एक गीता के अलावे एक कलम प्रत्येक व्यक्तियों को दी गई आगंतुक शिक्षक ग्रामवासी वरीय अधिवक्ता के अलावे अन्य लोग इस कार्यक्रम में भाग लेकर स्वर प्रथम दिवंगत शिक्षक स्वर्गीय सुभाष चंद्र झा के तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उसे श्रद्धांजलि दी गई। तदोपरांत सभी आगंतुक शिक्षण, ग्रामीण एवं प्रबुद्ध नागरिक के अतिरिक्त बढ़िया अधिवक्ता गिरिजा कांत झा, उनके भाई रती कांत झा अपनी भागीदारी देकर कार्यक्रम को सफल बनाया। इस अवसर पर अल्पाहार, शीतल पेय जल एवं कोल्ड ड्रिंक के साथ आगंतुक अतिथियों का स्वागत किया गया । शिक्षक दिवस के अवसर पर इस तरह के कार्यक्रम किए जाने की चर्चा सर्वत्र है। आगंतुक अतिथि इस तरह के कार्यक्रम का संपादन कराने हेतु आयोजन करता समाजसेवी पूनम मिश्रा, उसके बड़े भाई विकास चंद्र झा एवं दोनों के पिता परमानंद झा की ना केवल सराहना की बल्कि आगे बढ़ने का आशीर्वाद भी दिया।
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