हवा से भी फैल रहा कोरोना - लैंसेट

 


ये कैसा वायरस है, जो की ख़तम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. हमने ढील बरति या नहीं बरति या हल्के में ले गए या नहीं ले गए यह बातें तो हो ही रही हैं यह सब मसला अलायला, लेकिन जो सबसे बड़ी बात यह है आपको यह भी मानना पड़ेगा कि ऐसी बीमारी है जिसके बारे में हमको रोज कोई नई जानकारी मिल रही है. वह जिसके बारे में कुछ कुछ नया पता चल रहा है.


जैसे कि पहले यह था कि मास्क लगा लो कुछ नहीं होगा बात सही है. मास्क आज भी डॉक्टर कह रहे हैं कि मास्क लगा लो कुछ नहीं होगा. लेकिन फिर भी हुआ कि अब 1 मास्क से काम नहीं चलेगा तो दो लगाओ तो उससे ज्यादा प्रोटेक्शन होगी. एक सर्जिकल वाला और उसके बाद एक कपड़े वाला या फिर फाइव लेयर प्रोटेक्शन वाला लगाओ. यह सब टाइप की बातें हो रही है.


वैक्सीन को लेकर के तरह-तरह की बातें, गिनोम सिक्वेंसिंग के बाद कोनसा स्ट्रेन जो है वो दिक्कत पैदा कर रहा हैं हिंदुस्तान में, ये चर्चा जोरों शोरो पर है.


ये कोनसा स्ट्रेन हैं? यूके या फिर अमरावती स्ट्रेन हैं? डबल म्युटेशन है या कोनसा स्ट्रेन है. साउथ अफ्रीका स्ट्रेन है?


इन्ही सब के बीच में एक नई चीज़ आई है, एसा नहीं है की आप किसी कोरोना संक्रमित आदमी को छू ले और उसके बाद फिर उसके जो हाथ में या और किसी तरीके से कीटाणु जो है. वह आपके हाथ में आ जाए, फिर आप अपने नाक में मुंह में वह हाथ लगाए और आपको वह हो जाए, यही केवल एक मात्र ट्रांसमिशन का तरीका नहीं है. या यह कहा जाता है हाथ मुह धोते रहिए रेगुलरली, ताकि बार-बार वह संक्रमित हाथ जो है उससे ही कोरोना होगा वही एक कारण नहीं है.


अब एक नई बात निकल कर आई है और इस नई चीज़ को बताया हैं लैंसेट ने. लैंसेट क्या हैं, लैंसेट मेडिकल जगत एक ग्रन्थ की तरह लिया जाता है. इसके मायने हैं यानी कि अगर लैंसेट में कोई चीज आ गई, तो उसको लोग एकदम गांठ बंद करके रखते हैं. मेडिकल साइंस में कि यह लैंसेट ने बोला है तो इसका मतलब सही बोला है. वह भूमिका लैंसेट की है. लैंसेट ही था जिसने कहा था की स्पुतनिक 5 वैक्सीन के फेज 3 के ट्रेल कामयाब रहे है.


ये लैंसेट अब ये बताता है की अब कोविड-19 के बारे में जो ताजा जानकारी मिली है वह यह है कि वह हवा से भी फेलता है. इसको ऐसे ले की अगर मै अपने कमरे में अकेला हु तो मैने मास्क नहीं लगाया तो भी मुझे कोरोना हो सकता हैं. कियोंकि नई रिपोर्ट के हिसाब से मेरे कमरे की हवा में भी वायरस घूम रहा है.


इसके हिसाब से साँस लेने से भी कोरोना हो जाएगा. लैंसेट रिपोर्ट कहती हैं Evidence supporting air borne transmission is over whelming.


अब जो जानकारी मिली हैं उसके हिसाब से आपने बहुत कसके छींक दिया, तो छींक उड़ करके किसी और को लगी, तो इसको लार्ज ड्रॉपलेट बोला जाता है. लार्ज ड्रॉपलेट्स से कोरोना के फैलने का या संक्रमित हो जाने का, लोगों का उसका प्रमाण अब ऑलमोस्ट बहुत कम हो गया है. लैंसेट के हिसाब से ये हवा से फैलता चला जा रहा है. यानी की आप बाहर निकले, एक सेकेंड के लिए मास्क उतारा, एक लम्बी साँस भरी तो उससे भी कोरोना हो जाएगा.


सोचिए ये कितनी खतरनाक चीज है, आदमी हर समय तो मास्क नहीं लगा सकता. अपने घर में आकर के आप जब सोएंगे तो भी मास्क लगा कर सोएगा इंसान. कितना आदमी मास्क पहनेगा, अपने घर के अंदर भी मास्क लगाना पड़ेगा. लैंसेट का कहना है की WHO को डिस्क्रिप्शन ऑफ़ ट्रांसमिशन इस को जोड़ लेना चाहिएं की हवा से भी कोरोना फैल रहा हैं. आप लोगों के बीच में मास्क लगाए, लोगों से दूर रहें और हाथ ना मिलाए, हाथ धोते रहें, यह सब करते रहिए पर हवा में भी कोरोना वायरस इसको ना भूले.


लैंसेट में कहा है कि ट्रांसलेशन रेट ऑफ कोविड-19 मच हायर इनडोर देन आउटडोर. यानीं की घर के अंदर होने की गुंजाइश बहुत ज्यादा है, बजाय इसके कि बाहर की.


क्योंकि अब तक जो हम जितना हमने जाना था इसके बारे में, उसके हिसाब से चीजें बताई गई थी, 2 गज की दूरी मास्क हैं जरूरी. अब आप बनाते रहिए 2 गज की दूरी, जब हवा में ही हैं वायरस तो कितनी दूरी बना लोगे.


अब #WHO किस तरीके से देखेगी और आगे चलकर क्या करेगी. यह एक बहुत बड़ी बात है कियोंकि रोज कोई ना कोई नई जानकारी मिल रही है. बहुत ही खतरनाक बीमारी है तो जल्दी से जल्दी लोगो को वैक्सीन लगानी होगीं. तभी इंसानों की जान बचेगी.


कितने लोग एयर प्यूरीफायर खरीद सकते हैं? कितने लोगों के घर में ऐसी है? सांस तो आप लेंगे ही ना. तो देख लीजिए मोटी मोटी बात है कि इसको जल्दी से जल्दी डब्ल्यूएचओ कर देख ले और इससे निपटने के लिए वैज्ञानिक क्या कहते हैं या डॉक्टर क्या कहते हैं. उसके बारे में अगर जानकारी मिले तो जैसे और चीज कर रहे हैं. वैसे यह भी करने लगेंगे.


मकसद इस न्यूज़ के माध्यम से आज जो हम दे रहे हैं वह यह नहीं है कि आपको डरा दिया जाए, कि आप डर जाएं कि अब तो सांस भी लेना से भी हो रहा है. कियोंकि हवा में हैं कोरोना.


डरे नहीं समझदारी से काम ले, WHO जो कह रहा है उसका पालन करे, लैंसेट की इस जानकारी अपने संज्ञान में रखे की कि ऐसा भी है. तो जहां तक हो सके मास्क लगाने की कोशिश कीजिए, बाकी सफाई रखें घर के अंदर.

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