बेतिया, 26 अगस्त। आज 11 बजे से फकिराना सिस्टर्स सोसाइटी परिसर, बानुछापर , बेतिया में मिडिया कर्मियों के साथ बालमजदूरी उन्मूलन में मिडिया कि भूमिका विषयक मिडिया कांफेरेंस का आयोजन किया गया | कार्यक्रम का उद्घाटन सिस्टर सरोज , निदेशिका, सिस्टर एलिस , वरिष्ठ पत्रकार अमानुल हक़ , शहाबुद्दीन साहेब एवं लोकचिंतन पत्रिका के सम्पादक रविन्द्र कुमार शर्मा के द्वारा किया गया | परियोजना समन्वयक म० कलाम अंसारी ने परियोजना के उपलब्धियाँ एवं चुनौतियां की जानकारी “ पवार पॉइंट” के माध्यम से प्रस्तुत किया |
मिडिया कर्मियों का स्वागत करते हुवे निदेशिका सिस्टर सरोज ने कहा कि बाल श्रम उन्मूलन के लिए घोषित इस अन्तर्राष्ट्रीय वर्ष में मिडिया कर्मियों के साथ आयोजित इस परिचर्चा बैठक में बाल मजदूरी उन्मूलन हेतु कार्य योजना तैयार किया जाय ताकि जिले से बाल मजदूरी कि समस्या पर अंकुश लगाया जा सके |
सिस्टर एलिस ने कहा कि “कार्य: बच्चों का व्यवसाय नहीं” परियोजना एक बहु देशीय संयुक्त पहल है जिसके द्वारा 2025 तक बाल श्रम के सभी रूपों को समाप्त करने हेतु विश्व स्तरीय प्रयासों में योगदान देने के लिए शुरू की गई है ।फकिराना सिस्टर्स सोसाइटी, बेतिया द्वारा WNCB परियोजना अंतर्गत बाल मजदूरी उन्मूलन के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते है ताकि कामकाजी बच्चों को बाल मजदूरी एवं बाल पलायन के चंगुल से बचाया जा सके |
पत्रकार शहाबुद्दीन साहब ने कहा कि हम किसी भी मुद्दों को ईमानदारी से समाज दे सामने रखते है | हम मिडिया कर्मी अपने समाचार पत्रों के माध्यम से बालमजदूरी के समस्याओं को उठाएंगें समाज, सरकार एवं परिवार बाल मजदूरी इसके खिलाफ जागेंगे तो बालमजदूरी जरुर मिटेगी |
संपादक रविन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि बच्चों का बाल मजदूरी के खतरों, लिंग समानता के महत्त्व को बताने कि जरुरत है ताकि अपने शोषण के खिलाफ आवाज उठा सके| बच्चों को कौशल शिक्षण केंद्र से जोड़ने एवं ,युवाओं को रोजगार के अवसर तलाशने में मदद करने कि जरुरत है | बाल मजदूरी मिटाने में ये कदम सहायक होंगे | मिडिया कर्मी बच्चों के मुद्दों को जन-जन तक पहुचायें |
वरिष्ठ पत्रकार अमानुल हक , राणाप्रताप गुप्ता , अतुल जी आदि ने इस मुहीम में सकारात्मक पहल कराने कि अपील की | कार्यक्रम को सफल बनाने में पत्रकारों सहित परियोजना समन्वयक म० कलाम अंसारी, केविन विलियम, विनोद कुमार, आरती देवी, आशिया प्रवीण , भारती, पिंकी , सुजीत कुमार इशरत एवं जैबुन ने अथक प्रयास किया |
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