बेतिया, 12 नवंबर। बिहार राज्य में एक बार फिर आंगनबाड़ी केंद्र गुलजार होंगे. इन आंगनबाड़ी केंद्रों पर लोगों को बच्चों की किलकारी और पोषण गीत सुनने को मिल सकेगी। वहीं पहले की तरह ही बच्चों को स्वास्थ्य जांच, शिक्षा, टीकाकरण और पोषण की सुविधा प्राप्त होगी। समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशालय ने राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को 15 नवंबर से पुन: संचालित करने का निर्देश दिया है. कोविड संक्रमण काल के मद्देनजर आंगनबाड़ी केंद्रों को खोलने के लिए मार्गदर्शिका भी जारी की गयी है। ‘मास्क लगाओ- दूरी बनाओ, आंगनबाड़ी में इसे अपनाओ’ को आंगनबाड़ी केंद्र खुलने पर विशेष तरजीह भी दी जाएगी।
आइसीडीएस के निदेशक श्री आलोक कुमार ने सभी जिला प्रोग्राम पदाधिकारियों तथा बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को पत्र लिखकर आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन संबंधी आवश्यक निर्देश दिए हैं। निर्देश में कहा गया है कि 15 नवंबर से आंगनबाड़ी केंद्रों पर पूर्व की भांति सभी गतिविधियों का संचालन प्रारंभ किया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा. आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की उपस्थिति से पूर्व उनके माता—पिता या अभिभावक से सहमति लेना अनिवार्य होगा बच्चे के बुखार या बीमार होने की सूचना मिलने पर उसके परिवार के सदस्यों को बच्चों की समुचित देखभाल करने की सलाह देना सुनिश्चित किया जाएगा और उनके पूर्णत: ठीक होने तक आंगनबाड़ी केंद्र नहीं आने की सलाह दी जाएगी। साथ ही संबंधित पदाधिकारियों से आंगनबाड़ी केंद्रों के अंदर और आसपास सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करने और केंद्रों के नियमित सेनिटाइजेशन कराये जाने पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। आंगनबाड़ी सेविकाओं तथा सहायिकाओं तथा केंद्र पर आने वाले अभिभावकों द्वारा मास्क के इस्तेमाल आवश्यक रूप से सुनिश्चित करने तथा कोरोना संक्रमण के पहचान, ईलाज और रोकथाम के लिए दिशा निर्देशों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रदर्शन करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
आओ बच्चों बारी-बारी, खुल गयी है आंगनबाड़ी, आंगनबाड़ी केंद्रों पर होगी 50 प्रतिशत बच्चों की मौजूदगी:
मार्गदर्शिका में आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की 50 प्रतिशत उपस्थिति, हाथों की नियमित सफाई, स्वच्छता, सेनिटाइजर का इस्तेमाल सुनिश्चित किये जाने के लिए कहा गया है. अस्वस्थ, कमजोर, गर्भवती महिला तथा 65 वर्ष के आयु के व्यक्तियों का आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रवेश निषेध रहेगा. केंद्रों पर गर्म पका भोजन भंडारण, तैयारी और वितरण के दौरान स्वच्छता एवं सामाजिक दूरी का पालन सुनिश्चित करना है। ग्रामीण स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दौरान ग्रोथ मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के दौरान हाथों की नियमित सफाई तथा वजन मशीन का सेनेटाइजेशन आवश्यक है। आंगनबाड़ी केंद्र के सभी गेट को आगमन एवं प्रस्थान के समय खुला रखा जायेगा जाये ताकि एक जगह भीड़ जमा नहीं हो। बच्चों को परस्पर एक दूसरे का मास्क अदला बदली नहीं करने के लिए निर्देश देने की बात कही गयी है। सभी बच्चों को आंख, नाक, कान, मुंह आदि छूने से बचने एवं कफ, सर्दी, बुखार आदि के बारे में जानकारी दी जानी है। बच्चों को जहां तहां नहीं थूकने के सलाह देने की बात कही गयी है। यदि आंगनबाड़ी केंद्र पर चम्मच उपलब्ध हों तो यथा संभव गर्म पका भोजन खाने समय चम्मच के प्रयोग करने की भी बात कही गयी है।
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