जाने माने पत्रकार व प्रोफेसर अरविन्द नाथ तिवारी को दिल्ली मे सम्मानित किया गया।

  



  नई दिल्ली।  समकालीन रचनाएँ एवं रचनाकार  विषय पर आयोजित दो दिवसीय (30-31अक्टूबर 2021) अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का सफलतापूर्वक समापन दिल्ली विश्वविद्यालय के जानकी देवी मेंमोरिल कालेज नई दिल्ली के सभागार में जानकी देवी मेंमोरिल कालेज के हिन्दी विभाग और साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन, सोनिया बिहार, दिल्ली द्वारा आयोजन कल रविवार के देर शाम सम्पन्न हुआ।

   कार्यक्रम की अध्यक्षता पहले दिन के सत्र में प्रो. उमापति  दीक्षित, विभागाध्यक्ष - केंद्रीय हिंदी निदेशालय,आगरा, ने किया। वहीं दुसरे दिन के सत्र की अध्यक्षता प्रो. खेमसिंह डहेरिया, कुलपति - अटलबिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, भोपाल ने किया , मंच पर मुख्य अतिथि तौर पर प्रो.स्वाति पॉल , प्राचार्या-जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज,रहीं। वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर प्रो.संध्या गर्ग उप प्राचार्या -जानकीदेवी मेमोरियल कॉलेज, प्रो.केवल कृष्ण रल्हान डीन-खुशालदास विश्विद्यालय-हनुमानगढ़), आशीष कंधवे,  सम्पादक-गगनांचल, प्रो.नवीन चन्द्र लोहनी चौ.चरणसिंह विश्विद्यालय,मेरठ), तेजप्रताप नारायण साहित्यकार, रघुवीर शर्मा, सहायक निदेशक-राजभाषा विभाग, डॉ सुष्मा रानी, सह आचार्य, डॉ दीपक पांडे सहायक निदेशक, जे.पी पांडे निदेशक-स्कूल शिक्षा विभाग मौजूद रहें। 


कार्यक्रम में साहित्य के बहुआयामी विषयों पर विद्वानों ने चर्चा की, इस दौरान दिव्यांग, किन्नर, दलित पर साहित्य लेखन के चर्चा के साथ ही हिन्दी भाषा में प्रवासी साहित्यकारों की चर्चा की गयी। नार्वें से सुरेश चंद्र शरद आलोक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से अपने प्रशंसनीय विचार रखें। वहीं मारीशस में हिन्दी साहित्य लेखन के सन्दर्भ में

डॉ दीपक पांडे सहायक निदेशक और प्रो.संध्या गर्ग उप प्राचार्या -जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज,ने अपने यादगार संस्मरण सुनायें, इस दौरान प्रेमचन्द्र, कबीर और तुलसी की रचनायें भी घनघोर बादल की तरह बरसते रहें।इस दौरान हास्य कवि विनीत पांडेय ,रजनी झा  ,डॉ. रामनारायण जी शर्मा, डॉ. कल्पना मौर्य , सुमन रानी, संगीता , मीनाक्षी , डॉ. कविश्री जायसवाल , प्रीति गुप्ता  उपस्थित शोधार्थीगण, सम्मानित विद्वतजन ने अपने शोधात्मक आलेख भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में प्रशंसनीय संचालन- संजय धौलपुरिया ने किया।संगोष्ठी के सम्मानित मंच से वक्ताओं ने समकालीन रचनाएं एवं रचनाकार विषय एवं उपविषय पर अपने विचारों, नवाचारों से उपस्थित श्रोताओं के ज्ञान में वृद्धि की। पत्रकार सह प्रोफेसर अरविन्द नाथ तिवारी ने मेरी पहचान को बताया कि  कार्यक्रम में उक्त प्रतिभागियों की गरिमामयी उपस्थिति में, गांधी के समाजवाद में लोहिया का पड़ाव(23 मार्च लोहिया जी के जन्म दिन पर) के मेरे शोधात्मक आलेख पर, सम्मानित मंच ने स्मृति चिह्न और प्रमाणपत्र ग्रहण कराकर मुझे भी सम्मानित किया, जो मेरे लिए हर्ष का विषय है। 


                                     

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