Bihar : कैंसर से बचाव के लिए चलाया जा रहा है जागरूकता कार्यक्रम

  



मोतिहारी, 08 फरवरी । कैंसर जैसे गंभीर रोग से बचाव को पूरे जिले में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। वहीं जिले के रक्सौल प्रखण्ड में विश्व कैंसर जागरूकता सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत एनसीडी सेल एवं  निजी अस्पताल रक्सौल द्वारा चेतना  कार्यक्रम के तहत  स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में भी कैंसर से संबंधित कई जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।10 फरवरी तक जिले में विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही लोगों को तम्बाकू से दूरी बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा।


- रक्सौल के 15 गाँवों मे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित:

पूर्वी चंपारण के रक्सौल प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि पिछले एक माह में रक्सौल के 15 गाँवो में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। लगभग 653 लोगों को कैंसर के कारणों, लक्षणों और रोकथाम के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई गई है। लोगों को एनसीडी सेल द्वारा पम्पलेट दिए गए ।


-जागरूकता के दौरान लोगों ने हाथ उठाकर तंबाकू, गुटका चबाना बंद करने का लिया प्रण:

इन जागरूकता कार्यक्रमों के दौरान कई लोगों ने हाथ उठाकर तंबाकू, गुटका चबाना बंद करने और अपने घर में मौजूद कैंसर के मरीजों की बेहतर तरीके से देखभाल करने का निर्णय लिया।


- 46 कैंसर रोगियों के बीच 560  साबुन और 140 पैक डिटर्जेंट पाउडर का हुआ वितरण:

एनसीसीडी सेल के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा रक्सौल प्रखंड के 46 कैंसर रोगियों के बीच 560 साबुन और 140 पैक डिटर्जेंट पाउडर वितरित किया गया । 


-शरीर के इस भाग में ज्यादा पाए जाते हैं कैंसर के लक्षण:

सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि शरीर का कोई भी भाग कैंसर का शिकार हो सकता है। सामान्यतः लोग मुँह का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर या महिलाएं स्तन कैंसर की शिकार हो जाती हैं। शरीर के किसी भी अंग में सूजन का होना, गांठ या कड़ापन पाया जाना, तिल/मस्से के आकार या रंग में परिवर्तन, शरीर के किसी घाव का न भरना, लगातार बुखार और वजन में कमी होना, मूत्र विसर्जन में कठिनाई होना या उस दौरान रक्त निकलना, 03 सप्ताह के अधिक खांसी होना या आवाज में परिवर्तन आना, मुँह में अधिक समय तक छाला या पैच का होना जो ठीक नहीं हो रहा हो, 4-6 सप्ताह या उससे ज्यादा समय तक पतला दस्त का होना, महिलाओं में स्तन के आकार में परिवर्तन या रक्त का रिसाव, रजोनिवृत्ति के बाद भी रक्तस्राव का होना इत्यादि कैंसर के सामान्य लक्षण हैं। अगर किसी व्यक्ति को शरीर में ऐसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में जांच करवानी चाहिए। समय पर कैंसर की पहचान होने से इसका इलाज आसानी से सम्भव है। 


- कैंसर जैसे रोग से बचाव को उचित खान-पान जरूरी :

सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि आजकल बाजार में पाए जा रहे खाद्य पदार्थ दूषित व हानिकारक होते हैं । इनके अधिक इस्तेमाल से कैंसर का खतरा बना रहता है। धूम्रपान व तम्बाकू भी मुँह कैंसर का कारण है। कैंसर से बचाव के लिए लोगों को संतुलित खान-पान का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा नियमित व्यायाम और शरीर का सन्तुलित वजन भी कैंसर होने से बचाए रखने में सहायक होता है।

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