बिहार दिवस एवं विश्व जल दिवस के अवसर पर स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, जल जीवन हरियाली एवं विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से छात्र छात्राओं ने लिया मुक्ति का संकल्प।

 



पटना, 22 मार्च।  सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से बिहार दिवस एवं विश्व जल दिवस के अवसर पर स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण ,जल जीवन हरियाली एवं विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति के लिए छात्राओं ने संकल्प लिया ।इस अवसर पर सर्वप्रथम बिहार राज्य के निर्माताओं, महर्षि बाल्मीकि, गौतम बुद्ध, सम्राट अशोक, भगवान महावीर , गयासुद्दीन ऐबक, बख्तियार काकी रहमतुल्ला अलेह, नवाब अली वर्दी खान, नवाब सिराजुद्दौला ,महात्मा गांधी, कस्तूरबा गांधी ,अमर शहीदों एव स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई! इस अवसर पर विगत दिनों 2000 वर्षों के मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदी कोरोना वायरस संक्रमण से मारे गए लोगों को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर छात्र एवं छात्राओं ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद अधिवक्ता डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड डॉक्टर शाहनवाज अली अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रुप से  कहा कि आज ही के दिन आज से 110 वर्ष पूर्व बिहार के निर्माताओं के अथक प्रयास से बिहार राज्य 22 मार्च 1912 को अस्तित्व में आया था। बिहार राज्य का इतिहास हजारों वर्षों से गौरवशाली रहा है यहां महर्षि वाल्मीकि ने रामायण जैसे पवित्र ग्रंथ की रचना की। बेतिया पश्चिम चंपारण के रमपुरवा स्थित पवित्र स्थल पर महात्मा गौतम बुद्ध  ने आज से लगभग ढाई हजार वर्ष पूर्व राजसी वस्त्र त्याग कर सत्य की खोज में बौद्ध भिक्षु का वस्त्र धारण किया था। आज से लगभग 105 वर्ष पूर्व राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को बिहार के बेतिया पश्चिम चंपारण में सत्य का दीप दर्शन प्राप्त हुआ था। अपने 110 वर्षों के इतिहास में बिहार में देश एवं दुनिया में मिसाल पेश किया है। देश की स्वतंत्रता एवं अखंडता में बिहार का अतुल्य योगदान रहा है । महात्मा गांधी ने 1917 में बिहार के चंपारण में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण जल जीवन हरियाली एवं विभिन्न सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जन जागरण अभियान चलाया था । साथी ही प्रत्येक वर्ष 22 मार्च को हमें विश्व जल दिवस के रूप में मनाने का अवसर प्राप्त होता है। यह हम सबका सौभाग्य है कि हमें बिहार दिवस मनाने का अवसर प्राप्त हो रहा है ।सरकार की यह सदैव से इच्छा रही है कि बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा प्राप्त हो ।बच्चे राष्ट्र के भविष्य हैं। बापू के आदर्शो को अपने जीवन में अपनाना है ।बिहार दिवस के मौके पर हम सब यह संकल्प लेते हैं कि दूसरों के प्रति सम्मान का भाव एवं आपसी भाईचारा बनाए रखेंगे। जल जीवन हरियाली अभियान से जुड़े रहेंगे तथा जल एवं हरियाली को संरक्षक करेंगे ।पेड़-पौधे ,जीव जंतुओं की रक्षा करेंगे ।अपनी जमीन से जुड़े रहेंगे एवं सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध सदैव एकजुट होकर समाज में नई जागृति लाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों , मूल्यों , जल जीवन हरियाली पर्यावरण संरक्षण एवं विभिन्न सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध संकल्प के साथ ही अब नया बिहार बना पाएंगे।

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