शिक्षक-प्रशिक्षक कार्यशाला 30 दिसंबर से शुरू

 



  चंपारण, 30 दिसंबर। संकुल स्तरीय राष्ट्रिय शिक्षा नीति 2020 शिक्षक-प्रशिक्षक कार्यशाला 30 दिसंबर 2022 से 1 जनवरी 2023 तक सरस्वती विद्या मंदिर, बरवत सेना, बेतिया में आरंभ हुआ। कार्यशाला का उद्घाटन दीप प्रज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ शुरू हुआ ।कार्यक्रम में लोक शिक्षा समिति मुजफ्फरपुर बिहार के सचिव मुकेश नंदन,चंपारण जिला निरीक्षक अनिल राम,सरस्वती विद्या मंदिर प्रबंध कारिणी के एक्टिव सदस्य श्याम जी कुशवाहा, स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य विनोद कुमार एवं प्राथमिक खंड के प्रभारी प्रधानाचार्य अवधेश कुमार श्रीवास्तव उपस्थित थे ।मुकेश नंदन जी ने अपने उद्बोधन भाषण में कहा कि बालकों के निर्माण का दायित्व हम सब शिक्षकों के पास हैं। शिक्षक के एक हाथ में निर्माण तो दूसरे हाथ में प्रलय  होता है। शिक्षक दिखने में साधारण लेकिन कार्य में असाधारण होते हैं। योजना एवं लक्ष्य का निर्धारण केंद्रीय स्तर पर होता है लेकिन इसका क्रियान्वन शिक्षकों के द्वारा हो द्वारा ही होता है ।ऐसे बालकों का निर्माण शिक्षकों के द्वारा की जानी चाहिए जो 21 वीं शताब्दी के चुनौतियों का सामना दृढ़ता पूर्वक कर सकें और उनका सर्वांगीण विकास हो। 34 वर्षों के बाद राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनी है और यह नीति आमजन,विद्वत लोगों और शिक्षाविदों के सुझाव के अनुसार ही बनी है। मl प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा में दी जानी है ।NEP 2020 के  उज्जवल प्रगति का पहला पड़ाव पड़ाव 2030 में और दूसरा पड़ाव 2040 में दिखाई देगी। हमारी शिक्षा नीति भारत केंद्रित हो ऐसी परिकल्पना इस शिक्षा नीति में की गई है। विद्या भारती इसके क्रियान्वन में अग्रणी और महत्ती भूमिका निभा रही है ।उन्होंने कहा कि शिक्षकों को क्रियात्मक शोध (एक्शन रिसर्च )करना चाहिए,जिससे बच्चों में छिपी हुई प्रतिभा बाहर आ सके ।  यह कार्यशाला 3 दिनों तक चलेगी जिसमें बेतिया संकुल के 12 विद्यालयों के लगभग 165 शिक्षक भाग लेने आए हुए हैं। श्री श्याम कुशवाहा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में शिक्षकों से आवाहन किया कि वे कार्यशाला से शत प्रतिशत लेकर कक्षा कक्ष में जाए। उद्घाटन सत्र का  समापन जिला निरीक्षक अनिल राम द्वारा धन्यवाद ज्ञापन द्वारा हुआ।

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