पश्चिम चंपारण जीविका दीदियों द्वारा नशा मुक्ति दिवस के मौके पर जनजागरुकता कार्यक्रम का आयोजन।

 






 बेतिया, 26 नवंबर।  नशा मुक्ति दिवस के मौके पर जीविका दीदियों द्वारा सभी ग्राम संगठनों एवं संकुल संघों के पोषक क्षेत्रों में जन जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला कार्यालय और जीविका के सभी 18 प्रखंड क्रियान्वयन ईकाई के सभी कर्मी ने नशा मुक्ति दिवस पर नशा नहीं करने का शपथ लिया। जीविका के सभी कार्यालय में जीविका कर्मियों ने सुबह 11 बजे शराब तथा किसी अन्य नशा का सेवन नहीं करने, शराब संबंधी गतिविधियों मे शामिल नहीं होने और शराब बंदी कानून को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की शपथ ली। अपने संदेश मे जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक आर. के. निखिल ने बताया कि नशा का सेवन इंसान को शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर कर देता है। उन्होंने बताया कि तंबाकू शराब और दूसरे मादक पदार्थ का सेवन से उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मधुमेह जैसी गम्भीर स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा हो जाती है, जो आगे चल कर जान लेवा साबित होती है।  उन्होंने बताया कि महिलाओं के प्रति हिंसा का एक मुख्य कारण शराब का सेवन है। जीविका दीदीयों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने बताया की बिहार में शराबबंदी कानून 2016 से लागू होने के बाद बड़े पैमाने पर जीविका परियोजना ज़न जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे समाज में शराब और दूसरी नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों की जानकारी होने से से लोग नशे से परहेज कर रहे हैं। जीविका के प्रबंधक सामाजिक विकास श्री सतीश कुमार ने बताया कि शराब बंदी लागू होने से राज्य में सड़क दुर्घटना में काफी कमी दर्ज की गयी है। 


         आज नशा मुक्ति दिवस पर जीविका दीदी ने सभी 55 संकुल संघों और 2451 महिला संगठनों मे विशेष ज़न जागरुकता अभियान का आयोजन किया गया। जीविका दीदयों ने अपने पोषक क्षेत्र में प्रभात फेरी, रैली, स्लोगन लेखन प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, मेहंदी प्रतियोगिता, आदि का आयोजन किया गया। साथ ही साथ उत्पाद विभाग द्वारा जारी किए गए टोल फ्री नंबर 180023456268/15545 पर शराब बंदी कानून उल्लंघन करने वालों की सूचना देने की सलाह दी गयी। स्थानीय प्रशासन को सूचना देने वाली जीविका दीदी का नाम गोपनीय रखा जाएगा ताकि ऐसे लोगों पर कठोर और त्वरित कार्रवाई हो सके। नौतन प्रखंड की सुन्दर महिला संकुल संघ की ललिता देवी ने नशा बंदी को सबसे पहले अपने घर लागू करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि आज कल के युवा नशा के शिकार आसानी से हो जाते हैं, जिससे उनका सपना तो टूटता ही है साथ ही साथ माता पिता के अरमान भी बुझ जाते हैं.

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