गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उत्कृष्ट स्तरीय शोध होंगे हमारी पहली प्राथमिकता
कानपुर। उत्तर प्रदेश कानपुर के विनायकपुर निवासी प्रोफेसर डॉ. निर्विकार कटियार को राजस्थान राज्य के चुरू जिले में स्थित ओपीजेएस विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया गया है।कार्यभार ग्रहण करने के बाद प्रथम नगर आगमन पर उन्होंने एक वार्ता में कहाकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उत्कृष्ट स्तरीय शोधकार्य उनकी पहली प्राथमिकता होंगे।उन्होंने स्पष्ट रूप से कहाकि छात्र छात्राओं में कौशल विकास आज के समय की माँग है, तभी हमारे विद्यार्थी विश्व स्तर पर अपनी मेधा सिद्ध करने में अग्रणी बन सकेंगे।मृदुभाषी और सरल स्वभाव के धनी डॉ. निर्विकार कटियार की प्रारंभिक शिक्षा कानपुर से ही पूर्ण हुई है।उन्होंने कम्प्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में बी. टेक. उत्तर प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी लखनऊ से करने के बाद एम. टेक. इलाहाबाद डीम्ड यूनिवर्सिटी से किया।कम्प्यूटर साइंस में ही एम. फिल. ग्लोबल यूनिवर्सिटी नागालैंड से तथा एमबीए की डिग्री कर्नाटक स्टेट यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है।उन्होंने इमेज प्रोसेसिंग विषय पर डॉक्टरेट की उपाधि चन्द्रमणि झा यूनिवर्सिटी मेघालय से तथा राजकीय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा से सॉफ्टवेयर टेस्टिंग विषय में पीएचडी उपाधि प्राप्त की है।तकनीकी और प्रौद्योगिकी संस्थाओं में उन्हें 21 वर्ष से अधिक का अध्यापन अनुभव प्राप्त है।इससे पहले वे एचबीटीआई तथा कानपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में लेक्चरर भी रहे तत्पश्चात डॉ. वीरेन्द्र स्वरूप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स कानपुर रोड उन्नाव, सुयश इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गोरखपुर, डॉ. रिजवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग कौशाम्बी तथा प्रभात इंजीनियरिंग कॉलेज कानपुर के डायरेक्टर के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं।वर्तमान कार्यभार ग्रहण करने के पूर्व वे राजस्थान के टोंक जिले में स्थित डॉ. के. एन. मोदी विश्वविद्यालय में प्रति कुलपति के पद पर कार्यरत थे।
डॉ. निर्विकार को बेस्ट आर्टिस्टिक एण्ड टेक्निकल यंग डायरेक्टर का आइकोनिक समिट अवार्ड भी मिल चुका है।उनके शोधकार्यों और विशिष्ट वैज्ञानिक खोजों के 5 पेटेण्ट एप्रुब हो चुके हैं तथा कई नए पेटेंट आवेदित हैं।कम्प्यूटर साइंस और प्रौद्योगिकी विषयों पर उनकी आठ किताबें प्रकाशित हो चुकीं हैं।उनके 13 से अधिक शोधपत्र राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में प्रकाशित हुए हैं।सैकड़ों वैज्ञानिक शोध सेमिनार, वर्कशॉप और सम्मेलनों के आयोजनों में उनकी सहभागिता रही है।भारत की अनेक संस्थाओं ने समय समय पर उनकी प्रतिभा को सम्मानित किया है।उन्होंने12से अधिक छात्र छात्राओं को पीएचडी उपाधि के मार्गदर्शन किया है।अनेकों छात्रों ने उनके गाइडेंस में एमटेक की उपाधियां भी प्राप्त की हैं।वे अनेकों विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं में परीक्षक, परीक्षा नियंत्रक, नोडल ऑफिसर सहित अनेकों महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन सफलतापूर्वक कर चुके हैं।
(प्रस्तुति-डॉ. अनिल कटियार)
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