बेतिया, 16 फरवरी। 19लाख रोजगार- मांग रहा युवा बिहार तथा नये बिहार का तीन आधार-शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार अभियान के तहत पटना से 7 फरवरी से 15 फरवरी तक निकली शिक्षा- रोजगार यात्रा एमजेके कालेज गेट, समाहरणालय गेट, छावनी, चनपटिया, साठी नमी चौक, मैनाटाड, होतें देर शाम सिकटा स्टेशन चौक और सिरिसिया में पहुंची। शिक्षा-रोजगार यात्रा में आये आइसा- इनौस के नेताओं ने जिला समाहरणालय गेट पर बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सुरूआत हुआ, भाकपा माले सिकटा विधायक काॅमरेड विरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने स्वागत व अभिवादन किया, इंकलाबी नौजवान सभा के राज्य नेता शिव प्रकाश रंजन ने छात्र नौजवानों को संबोधित करते हुए कहा कि 19 लाख रोजगार के लिए आगामी 1 मार्च को बिहार के हजारों छात्र-नौजवान विधानसभा का घेराव करेंगे। बिहार विधान सभा चुनाव में रोजगार प्रमुख मुद्दा बना था। लेकिन नीतीश सरकार छात्र-नौजवानों को रोजगार देने के प्रति गंभीर नहीं है। मोदी सरकार द्वारा हर साल 2 करोड़ रोजगार देने की घोषणा छलावा साबित हुआ है। देश और बिहार के नौजवान सबसे ज्यादा बेरोजगारी की मार झेल रहें हैं। लेकिन मोदी सरकार रोजगार देने के बदले सरकारी संसाधनों और उद्योग-धंधों को अडानी-अंबानी तथा देशी-विदेशी काॅरपोरेट घरानों के हाथों बेच रही है। कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के बाद बेरोजगारी के बढ़ते संकट को मोदी-नीतीश सरकार की नीतियों ने और भी बढ़ा दिया है। लेकिन सरकार की हर घोषणा जुमलेबाजी साबित हो रही है। आत्मनिर्भर भारत का नारा नौजवानों के साथ धोखाधड़ी है।
आइसा राज्य सचिव साबीर ने सभा को संबोधित कहा कि अभी हमारा देश एक जुझारू किसान आंदोलन के दौर से गुजर रहा है। महीनों से लाखों-लाख किसान खेती-किसानी बचाने तथा तीनों कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए अभूतपूर्व आंदोलन में शामिल हैं। हम छात्र-नौजवान भी किसान आंदोलन और उनकी मांगों का समर्थन करते हैं।
रोजगार यात्रा सभा को संबोधित करते हुए नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष जितेन्द्र पासवान ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी की दर भारत के अन्य राज्यों से भी ज्यादा है। नौकरी के नाम पर नौजवानों को संविदा, मानदेय, और ठेका सिस्टम में धकेला जा रहा है। इनौस जिला अध्यक्ष फरहान रजा ने कहा कि नीतीश कुमार चुनाव में 19 लाख रोजगार देने के किये गये वादा किया था, वादा पूरा करने के बदले आंदोलन करने पर छात्र- नौजवानों को इससे भी बंचित करने की धमकी नीतीश सरकार दे रही है। बड़ी संख्या में नौजवान पलायन करने को मजबूर हैं और भारी परेशानियों से जूझ रहें हैं। लेकिन अब छात्र- नौजवान अपने भविष्य के लिए किसान आंदोलन की तरह आरपार की लड़ाई की तैयारी में जुट गए हैं। बिहार में जारी शिक्षा-रोजगार यात्रा और 1फरवरी को बिहार विधानसभा का घेराव रोजगार आंदोलन का मजबूत आगाज साबित होगा।
यात्रा में शामिल आइसा जिला अध्यक्ष अभिमन्यु राव, राजन गुप्ता, वीरू श्रीवास्तव, गौतम विश्वामित्र, मनोज यादव, इनौस प्रखण्ड अध्यक्ष संजय मुखिया, राजू राज, प्रदिप पासवान, गुड्डू मिश्रा सहित अन्य छात्र-नौजवान कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया।
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