नई दिल्ली,07 फरवरी। उत्तराखंड राज्य के चमोली में ग्लेशियर फटने से उत्तर प्रदेश में भी गंगा नदी में बाढ़ आने के साथ तबाही की आशंका पर उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में अलर्ट है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड को इस संकट की घड़ी में हर प्रकार की मदद देने के साथ गंगा नदी के किनारे के जिलों में जिलाधिकारियों व पुलिस प्रमुख को भी मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है।
उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने भी इस बाबत सिंचाई विभाग के इंजीनियर्स को सभी बांध के गेट खोलने का निर्देश दिया है। उत्तर प्रदेश में गंगा नदी बिजनौर से प्रवेश करती है। इसके बाद बदायूं, बुलंदशहर, हापुड़, कन्नौज, फर्रुखाबाद, कानपुर, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर, प्रयागराज से होकर वाराणसी, गाजीपुर तथा बलिया तक बहती है। चमोली के इस हादसे का असर उत्तर प्रदेश में भी होने की आशंका के बीच प्रयागराज के साथ गढमुक्तेश्वर में माघ मेले पर सरकार की खास नजर है। जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए सभी संबंधित लोगों को निर्देशित किया है। हमलोगों ने जिलाधिकारियों से बात कर अलर्ट पर रहने को कहा है। सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। सभी अधिकारी काम पर लग गए हैं। लखनऊ में कंट्रोलरूम बनाया गया है।
उत्तर प्रदेश में बिजनौर से बलिया तक के 27 जिले गंगा नदी के तट है। इन सभी सभी जिलों में जिलाधिकारी के साथ पुलिस तथा राहत विभाग की टीम अलर्ट है। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि प्रयागराज के साथ गढ़मुक्तेश्वर और फर्रुखाबाद में माघ मेला चल रहा है। वहां पर भी हम लोगों ने हाईअलर्ट किया है। जैसे ही हम लोगों को पानी के बहाव की सही जानकारी मिलेगी, हम लोग उसी हिसाब से फैसले लेंगे। उत्तर प्रदेश में पूरा विभाग और प्रशासन अलर्ट पर है।
प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और बाढ़ विभाग सभी अलर्ट पर हैं। सिंचाई विभाग भी मुस्तैद है कि पानी बढऩे पर कौन से गेट खोलने पड़ेंगे। इस बारे में भी सही निर्णय ले सकें। बिजनौर से गंगा नदी उत्तर प्रदेश में प्रवेश करती है। इसी कारण बिजनौर से लेकर बलिया तक के जिलाधिकारी अपने अपने प्वाइंट पर जा रहे हैं। माइक की मदद से नाविक और गांव के लोगों को अलर्ट भी कर रहे हैं कि गंगा से दूर रहें।
उत्तराखंड से जानकारी मिलने पर होगी आगे की कार्रवाई: जलशक्ति मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड से जिस तरह की जानकारी मिल रही है, जैसे कि हरिद्वार में कितना पानी आ रहा है। उसी आधार पर यूपी में आगे की तैयारी की जाएगी। हमने सभी एहतियातन फैसले ले लिए हैं और नजर भी लगातार बनाए हुए हैं।
गौरतलब है कि रविवार को उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है। चमोली में धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई है। इस बाढ़ के पानी से हरिद्वार के बाद प्रदेश के बिजनौर, कानपुर, वाराणसी जिलों में भी असर होगा।
0 टिप्पणियाँ