मुंबई। देश में लोगों के लिए नियमों का पालन करना आसान बनाने की कड़ी में अगले चरण में कर्ज लेते समय जरूरी आयकर रिटर्न जैसे कागजात देने से मुक्ति मिल सकती है। मिली जानकारी के मुताबिक अगले वित्तवर्ष से इस पर काम शुरू किया जा सकता है। मामले से जुड़े आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक मौजूदा समय में डेटा एनालिटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम के तहत लेन देन से जुड़े तमाम आंकड़े आयकर विभाग के पास आ जाते हैं। अब इन्हीं चीजों को बैंकों से साझा करने का सिस्टम बनाने पर विचार किया जा रहा है।मौजूदा समय में आयकर विभाग, बैंकों से ऐसी कोई भी जानकारी सामान्य तौर पर साझा नहीं करता है। न ही ऐसा कोई सिस्टम बना है। जिसके जरिए बैंक आयकर विभाग की चीजों को देख पाएं। जिस नई व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है।उससे सिर्फ पैन कार्ड के जरिए किसी भी व्यक्ति के आयकर रिटर्न या फिर फॉर्म 16 को बैंक उसे कर्ज देने की प्रक्रिया के दौरान अपने आप देख लिया करेंगे। इससे लोगों के लिए उसे जमा करने संबंधी झंझट से मुक्ति मिल जाएगी।
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