जिले के 1901 केंद्रों तथा बड़ी संख्या में अपने-अपने घरों से कार्यक्रम में जुड़ी जीविका दीदियां।




 


 बेतिया, 12 अगस्त।  देश के प्रधानमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर नारी शक्ति से संवाद कार्यक्रम में पश्चिम चंपारण जिला 51 संकुल संघों एवं 1850 ग्राम संगठनों  में वेब स्ट्रीमिंग दूरदर्शन और अन्य निजी चैनलों के माध्यम से पीएम सम्वाद कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। जिले भर में इस कार्यक्रम से लगभग 3.28 लाख दीदियों ने जुड़कर आत्मनिर्भर नारीशक्ति संवाद से  आत्मनिर्भर बनने के गूढ़ सीखें । इन आयोजन में बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। दीदियों द्वारा प्रधानमंत्री से संवाद एवं उसके सीधा प्रसारण के लिए एक दिन पूर्व से ही सभी संकुल संघ और ग्राम संगठन मे पीको प्रोजेक्टर, टेलीविजन,कंप्यूटर एवं लैपटॉप की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम में दे दियो की भागीदारी एवं उनका उत्साह  देखते ही बन रहा था। सभी जीविका दीदी ने सुबह से ही अपना घर का काम कर के कार्यक्रम से एक घंटा पूर्व संकुल संघ और ग्राम संगठन मे उपस्थित हो गई थी।

प्रधानमंत्री के संवाद कार्यक्रम से आजीविका मिशन से जुड़ी कुल पांच राज्यों की दीदियों ने सीधा संवाद किया । इससे जीविका दीदी को दूसरे राज्यों में हो रहे क्रियाकलापों की जानकारी मिली साथ ही यह प्रेरणा मिली की जीविका दीदी भी दुग्ध उत्पादन, प्लास्टिक रीसाइक्लिंग हॉस्पिटैलिटी आदि जैसे क्षेत्रों भी बेहतर अवसर तलाश कर सकती हैं। इस मौके पर बैरिया प्रखंड के राम- रहीम ग्राम संगठन से जुड़ी रामनती देवी ने बताया  कि  इस प्रकार के कार्यक्रम से महिलाओं को नए उद्यम से आजीविका के लिए किए जा रहे प्रयास तथा नए  रोजगार के अवसर सीखने को मिलता है। सत्याग्रह संकुल स्तरीय संघ,बगहा की सीमा देवी बताती है कि जीविका दीदी अपने उत्पाद को ऑनलाइन कैसे बेच सकती है , इसकी  जानकारी आज उन्हें मिली। विजेता संकुल संघ की नूरजहां खातून ने बताया की प्रधानमंत्री के संवाद से उन्हें पता चला कि जेम पोर्टल के माध्यम से जीविका दीदी अपने उत्पादों को सीधे सरकार को भी बेच सकती है। 

इस कार्यक्रम के समापन के पश्चात उप विकास आयुक्त श्री रवीन्द्र प्रसाद सिंह ने जीविका दीदी का मनोबल बढ़ाते हुए बताया कि पश्चिम चंपारण की जीविका दीदी भी जीविकोपार्जन संबंधी और भी अच्छा काम करेंगे तो उन्हें भी प्रधानमंत्री से सीधा संवाद करने का मौका जरूर मिलेगा।

जिला परियोजना प्रबंधक श्री अविनाश कुमार ने बताया कि इस प्रकार के संवाद से जीविका दीदी के लिए नए आयाम खुलेगा, और  जीविकोपार्जन से संबंधित दूसरे राज्यों में हुए अच्छे कार्यों का आदान प्रदान होगा और एक दूसरे से सीखने का मौका मिलेगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ