महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने भितिहरवा आश्रम से शुरू की परिवर्तन यात्रा


 Meri Pehchan / Report By अजमेर 

गौनाहा (चंपारण)। महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने शनिवार को चंपारण की ऐतिहासिक धरती से नफरत और नफरती हुकूमत के खिलाफ एक नई लड़ाई का बिगुल फूंका। वे भितिहरवा आश्रम के सामने स्थापित कस्तूरबा कन्या विद्यालय मे पहुंचकर बच्चियों से बात करते हुए कहा की "बा" और "बापू" के इन स्मृतियों को सजा कर रखना अविस्मरणीय है। वे विद्यालय के स्थिति को सुन कर भावुक हो गए तथा उन्होंने कहा की इस विद्यालय का अबतक सरकारीकरण हो जाना चाहिए। विद्यालय के छात्राओं द्वारा निर्मित आम के पत्ते से बनाई गयी मुकुट प्राचार्य सुदिष्ट कुमार, शिक्षक रविरंजन कुमार, चन्द्रकिशोर महतो, दयाशंकर पटवारी, हरेश काजी, पूजा जायसवाल, पिंकी कुमारी, आशीष कुमार, संतोष कुमार, जितेंद्र यादव द्वारा पहनाकर सम्मानित किया गया। विद्यालय के सचिव दिनेश प्रसाद यादव व अध्यक्ष रामबाबू प्रसाद  ने अंगवस्त्र से सम्मानित किया। 'परिवर्तन यात्रा’ की शुरुआत करते हुए कहा कि जैसे आज़ादी की पहली लड़ाई चंपारण से शुरू हुई थी। वैसे ही अब देश को नफरत की राजनीति से मुक्ति दिलाने का आंदोलन भी यहीं से शुरू होगा। तुषार गांधी ने भितिहरवा आश्रम पहुंचकर वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें बेहद प्रसन्नता है कि चंपारण के लोगों ने गांधी की ऐतिहासिक विरासत को संजो कर रखा है। उन्होंने कहा, चंपारण की धरती कभी आज़ादी की भावना को खत्म नहीं होने देगी। बीते 20 वर्षों में सरकारों ने जनता के साथ केवल छल किया है। गरीब अब भी गुलामी की जंजीरों में जकड़े हुए हैं। इस दौरान तुषार गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बत्तख मियां को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि बत्तख मियां ने महात्मा गांधी की हत्या की साजिश को नाकाम कर दी थी। जिसके बदले में अंग्रेजों ने उनका घर जला दिया था। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि आज़ादी के इतने वर्षों बाद भी सरकारें बत्तख मियां के परिजनों को वह जमीन नहीं दिला सकीं। जो उन्हें दी गई थी। मौके पर पहुंचे सिकटा विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने कस्तूरबा विद्यालय का सरकारीकरण कराने हेतु कहा की 21 जुलाई से विधानसभा सत्र प्रारम्भ हो रही है। उक्त सत्र के प्रश्नकाल मे विद्यालय को सरकारीकरण कराने हेतु सरकार के सामने बात रखूंगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि किसान नेता डॉ. सुनिलम ने बापू और बा के विचारों को आत्मसात करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि आज भी किसानों और कमजोर तबकों का शोषण हो रहा है। सरकारें जनादेश की चोरी करके बनाई जा रही हैं। वही इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राजकुमार महतो, दिनेश प्रसाद यादव, पंकज कुमार, शाहिद कमाल, गुड्डी कुमारी, विजय प्रताप, कुमार चन्द मार्डी, प्रमोद पटेल, अनिल मंडल, देवीलाल यादव, लालजी यादव, नंदकिशोर महतो समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण, युवा और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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