चंपारण सत्याग्रह के महानायक पंडित मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी।



बेतिया। सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में ऐतिहासिक बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक सह चंपारण सत्याग्रह 1917 के महानायक भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए जाने-माने गांधीवादी चिंतक सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) , डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड एवं जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से कहा कि  आज ही के दिन 25 दिसंबर को पंडित मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था। उन दोनों का सारा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित रहा। एशिया के सबसे बड़े आवासीय विश्वविद्यालय बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक के रूप में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शिक्षा के दीप को देश विदेशों तक पहुंचाया। साथ ही ऐतिहासिक चंपारण सत्याग्रह 1917 में पंडित मदन मोहन मालवीय ने मौलाना मजहरूल हक, पंडित राजकुमार शुक्ल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर अहम भूमिका निभाई थी। इस अवसर पर डॉ0 एजाज अहमद डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल अमित कुमार लोहिया डॉक्टर शाहनवाज अली एवं पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव वर्ष पर, चंपारण सत्याग्रह के महानायक मदन मोहन मालवीय एवं  पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिवस पर  देश के युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन दर्शन से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है, ताकि भारत को विकसित राष्ट्र बनाया जा सके। इस अवसर पर शंभू शरण शुक्ल  ने अपने विचार रखते हुए कहा कि बेतिया पश्चिम चंपारण में एक विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय संग्रहालय की स्थापना की जाए ताकि समाज के गरीब तबकों के छात्र छात्राओं को को उच्च शिक्षा मिल सके। यही होगी स्वतंत्रता सेनानियों की प्रति सरकार द्वारा सच्ची श्रद्धांजलि।

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