गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, बेहतर झांकी प्रदर्शन के लिए कृषि विभाग को प्रथम, स्टार्टअप जोन को द्वितीय एवं जीविका को मिला तृतीय पुरस्कार।

  





बेतिया, 26 जनवरी।  73 वां गणतंत्र दिवस समारोह संपूर्ण जिला क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्थानीय महाराजा स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण  कुंदन कुमार द्वारा 9.00 बजे पूर्वाह्न राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया। इस अवसर पर जिलास्तरीय पदाधिकारी, कर्मी, गणमान्य व्यक्ति, पत्रकारगण, छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे। इसके पूर्व जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, द्वारा गणतंत्र दिवस परेड का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया।


मुख्य समारोह स्थल के बाद समाहरणालय प्रांगण में जिलाधिकारी,  कुंदन कुमार द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। विकास भवन में अपर समाहर्ता नंदकिशोर साह, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी  उपेन्द्र नाथ वर्मा द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। इसके साथ ही सभी कार्यालय प्रधान द्वारा अपने कार्यालय तथा आवंटित महादलित बस्तियों में झंडोत्तोलन कार्यक्रम में भाग लिया गया।


मुख्य समारोह स्थल महाराजा स्टेडियम में जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम में पश्चिम चम्पारण जिला के योगदान एवं बलिदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समग्र इतिहास में पश्चिम चम्पारण जिला का अतुलनीय योगदान रहा है। 


इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जिले में क्रियान्वित विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित उपलब्धियों को साझा किया।


उन्होंने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी एवं सर्वजन हिताय हेतु दृढ संकल्पित सात निश्चय योजनाओं का क्रियान्वयन जिले में सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इसके अंतर्गत (1) आर्थिक हल युवाओं को बल (2) आरक्षित रोजगार महिलाओं को अधिकार (3) हर घर बिजली लगातार (4) हर घर नल का जल (5) पक्की गली-नाली योजना (6) शौचालय निर्माण घर का सम्मान एवं (7) अवसर बढ़े-आगे पढ़े आदि महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयनभी किया जा रहा है।


सरकार के सात निश्चयों में शामिल मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना का क्रियान्वयन जिले में तीव्र गति से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत जिले के 4121 वार्डों में तथा शहरी क्षेत्र के 120 वार्डों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करा दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना के तहत जिले के 4189 वार्डों में तथा शहरी क्षेत्र के 132 वार्डों में कार्य पूर्ण कर लिया गया है। ग्रामीण क्षेत्र के 307 पंचायतों एवं शहरी क्षेत्र के 137 वार्डों में भी शौचालय निर्माण कराया जा चुका है। साथ ही 17 ग्राम पंचायतों में पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा रहा है, जिसमें ठकराहाँ प्रखण्ड के ठकराहाँ पंचायतमें पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 


जिलाधिकारी ने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण करा लिया गया है। स्मार्ट मिटर के लिए निश्चित कुल लक्ष्य 36383 के विरुद्व कुल 15453 स्मार्ट मिटर स्थापित किये गए है। साथ ही सभी बी.पी.एल. घरों में मुफ्त बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। वहीं घने वनक्षेत्र एवं गंडक नदी से घिरे 27 गांवों में जहाँ यातायात की समुचित सुविधा नहीं हैं, वहां सौर ऊर्जा प्रणाली द्वारा घरों में विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। साथ हीं लक्ष्य के अनुरूप बिजली के पुराने तारों को बदलने की कार्रवाई पूर्ण की जा रही है।


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण योजनान्तर्गत अब तक कुल 125757 परिवारों के लिए आवास स्वीकृत करते हुए 107977 आवास पूर्ण किया जा चुका है, जो स्वीकृति का 85.88 प्रतिशत है। गत वर्ष के लंबित आवासों में से वर्तमान वित्तीय वर्ष में 15343 आवास पूर्ण किये गए है। जिलान्तर्गत कुल 82198 छुटे हुए योग्य परिवारों का नाम आवास ऐप प्लस के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण की प्रतिक्षा सूची में शामिल किया गया है। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अंतर्गत अबतक 513788 व्यक्तिगत शौचालय का निर्माण किया गया है। इस मद में लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि के रूप में 430.38 करोड़ रूपये का भुगतान भी कर दिया गया है। लॉकडाउन के दौरान जिले में वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के उदेश्य से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना संचालित है। इसके तहत प्रत्येक कामगार को 125 दिनों का कार्य उपलब्ध कराया जा रहा है। 


वहीं महात्मा गाँधी नरेगा योजना के तहत वर्ष 2021-22 में कुल 120347 परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराते हुए 42.94 लाख मानव दिवस का सृजन किया गया है, जिसमें महिलाओं के द्वारा 23.43 लाख मानव दिवस सृजन किया गया है। महात्मा गाँधी नरेगा योजना के अंतर्गत अबतक 192.90 करोड़ की राशि व्यय की गयी है। मनरेगा के अभिसरण से कुल 100147 प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभुकों को आवास निर्माण कार्य पूर्ण करने हेतु कुल 10287441 मानव दिवस का सृजन किया गया है।


उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली के तहत जिला में अबतक कुल 6.23 लाख पौधे लगाये गए हैं। सार्वजनिक जल संचयन योजनाओं के तहत 270 तालाब/पोखर का निर्माण कार्य प्रारंभ करते हुए 270 योजनाओं को पूर्ण कराया गया है। साथ ही 26 आहरों एवं 585 पईनों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। जिलान्तर्गत सार्वजनिक चापाकल के किनारे 1208 सोख्ता निर्माण कार्य एवं सार्वजनिक कुओं के किनारे कुल-334 सोख्ता का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। साथ ही जल संग्रह हेतु 82 चेकडैम का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। वहीं नये जल स्रोतों के सृजन हेतु 567 योजनाओं पर कार्य पूर्ण किया गया है। जिलान्तर्गत 365 भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन संरचना निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया है।


जिलाधिकारी ने कहा कि जीविका परियोजना द्वारा गरीबी उन्मूलन एवं महिला सशक्तीकरण के निमिŸा ग्रामीण स्तर परकार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में पश्चिम चम्पारण जिले में अबतक कुल 39,244 महिला स्वयं सहायता समूहों, 2493 ग्राम संगठनों एवं 53 संकुल स्तरीय संघों का गठन करते हुए कुल 04,81,435 परिवारों को सीधे तौर पर इससे जोडते हुए उन्हें स्थायी रोजगार के साधन उपलब्ध कराने हेतु कुल 758 करोड़़ रुपये की राशि परियोजना तथा बैंकों द्वारा उपलब्ध कराई गई है। विŸाय वर्ष 2021-22 मे अब तक कुल 175 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध कराई गई है।


जीविका दीदियों द्वारा जिले भर में कुल 09 दीदी की रसोई क्रमशः आवासीय अनुसूचित जाति/जनजाति विद्यालयों एवं अनुमंडलीय अस्पताल में संचालित किए जा रहे है। जिससे विधालय में आवासित छात्र/छात्राओं एवं अस्पताल में भŸार् मरीजों को पौष्टिक तथा गुणवतापूर्ण भोजन प्राप्त हो रहा है। साथ ही इससे दीदियों को रोजगार के साधन से भी जोड़ा जा रहा है। जीविका दीदियों द्वारा खेती-बारी के उत्पादन तथा सहज बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में ’’भीतिहरवा जीविका महिला किसान प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड’’ की स्थापना करते हुए इससे अबतक कुल 480 किसान दीदियों को जोड़ा गया है।


जीविका द्वारा शराबबंदी के उपरांत देशी शराब एवं परम्परागत रुप से ताडी़ के कारोबार सेजुडे़ परिवारो एव अत्यंत निर्धन परिवारों को जीविकोपार्जन गतिविधियों से जोड़ने के हेतु सरकार की महत्वकांक्षी योजना “सतत जीविकोपार्जन योजना“ का क्रियान्वयन भी किया जा रहा है। इस कार्यक्रमके तहत अबतक कुल 3566 अत्यंत निर्धन परिवारों कों चिन्हित करते हुए उन्हें स्थायी रोजगार केसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में निरंतर कार्य किए जा रहे है।


सरकार के महत्वपूर्ण योजनाओं की भागीदारी में भी जीविका दीदियों की भूमिका महत्वपूर्ण रही है इसमे जीविका से जुडे़ परिवारों के कलु 11.88 लाख सदस्यों का अभी तक कोविड-19 टीकाकरण कराया जा चुका है। स्थानीय स्तर पर मद्य-निषेध कानून के प्रभावी क्रियान्वयन एवं प्रचार-प्रसार हेतु जीविका दीदियों द्वारा जिले भर में अब तक कुल 5952 रैली/प्रभातफेरी, 39244 समूहचर्चा एवं शपथ आदि कार्यक्रम का आयोजन करते हुए समाज को शराबबंदी का संदेश दिया गया है।


उन्होंने कहा कि जिले में 3982 आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है। पूरक पोषाहर योजना के तहत 06 माह से 03 वर्ष के बच्चों सहित गर्भवती, धात्री महिलाओं के बीच पोषाहार का वितरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। कन्या भू्रण हत्या को रोकने, कन्या के जन्म को प्रोत्साहित करने हेतु 02 वर्ष तक के बच्चियों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। जिले में अबतक 6203 बच्चियों को लाभ दिया जा चुका है। साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत कुल-80669 गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है।


जिला में सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना अंतर्गत 3,76,702 लाभुकों को डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खाते में पेंशन का भुगतान किया जा रहा है। वर्तमान में सभी लाभुकों का माह- दिसम्बर 21 तक का भुगतान अद्यतन है। अबतक कुल 2,71,262 पेंशनधारियों का आधार आधारित जीवन प्रमाणीकरण का कार्य किया जा चुका है। शेष लाभुकों का जीवन प्रमाणीकरण प्रखण्डों एवं ग्राहक सेवा केन्द्रों के माध्यम से किया जा रहा है। इस वितीय वर्ष में बी0पी0एल0 परिवार के सदस्यों के मृत्योपरान्त 561 आश्रितों को राष्ट्रीय परिवार लाभ योजना का लाभ दिया गया है।

उन्होंने कहा कि समाज में छुआ-छूत की भावना को समाप्त करने तथा अंतर्जातीय विवाह एवं दिव्यांगजन विवाह प्रोत्साहित करने के उदेश्य से इस वितीय वर्ष में अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजन के तीन एवं मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना के नौ विवाहित दम्पतियों को एक-एक लाख रूपये की सावधि जमा पत्र के माध्यम से लाभान्वित किया गया है।


बिहार माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण नियमावली 2012 के तहत जिला के तीनों अनुण्डलों में एक-एक भरण पोषण अधिकरण का गठन किया गया है, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों के हितों की रक्षा हेतु कार्रवाई की जा रही है। वृद्धजनों के आश्रय हेतु जिला में हरिवाटिका, बेतिया के नजदीक एक ’सहारा’ वृद्धाश्रम का संचालन किया जा रहा है।


नवसृजित जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण कोषांग द्वारा दिव्यांगजनों के हितों के लिए काफी कार्य किये जा रहे हैं। इस कोषांग द्वारा दिव्यांगजनों के लिए उपयुक्त सहायक उपकरणों का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है, जिसमें बगहा अनुमण्डल में 89 एवं नरकटियागंज अनुमण्डल में 63 सहायक उपकरणों का वितरण किया गया है। बेतिया अनुमण्डल में 241 सहायक उपकरणों को वितरित करने की कार्रवाई की जा रही है। कोषांग द्वारा 20 फरवरी तक सहायक उपकरणों हेतु प्रखण्डों के माध्यम से आवेदन प्राप्त कर मास्टर सूची बनाया जा रहा है। भविष्य में इन उपकरणों का क्रय कर मास्टर सूची के अनुसार वितरण किया जायेगा। वृद्धजनों, विधवाओं एवं दिव्यांगजनों के हितार्थ तीन बुनियाद केन्द्रों- बैरिया, गौनाहा एवं बगहा-2 प्रखण्ड परिसर में हो रहा है।

उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में राज्य सरकार द्वारा जनहित में कई कदम उठाये गये हैं जिसमें महत्वपूर्ण रूप से बिहार मद्य निषेध एवं उत्पाद अधिनियम, 2016 का क्रियान्वयन भी है। बिहार मद्य निषेध एवं उत्पादअधिनियम के तहत 5 अप्रैल 2016 से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की गई है। फलतः राज्य में अवैध रूप से किसी प्रकार के शराब का निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, भंडारण एवं सेवन पूर्णतः प्रतिबंधित है। 


इस अधिनियम के तहत अबतक अवैध शराब को ढोने में प्रयुक्त कुल 1911वाहनों को जब्त किया गया है एवं 745 वाहनों की निलामी की गयी है। वहीं देशी शराब 165987.153 तथा विदेशी शराब 84742.885 लीटर कुल 250730.038 लीटर शराब का विनिष्टिकरण किया गया है। पुलिस-प्रशासन के द्वारा इस सामाजिक बुराई के निवारण हेतु सत्त निगरानी रखी जा रही है।


उन्होंने कहा कि बिहार में युवाओं के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु बैंकों के द्वारा 527 एवं बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के द्वारा 3134कुल 3661 आवेदकों कोस्टुडेंट क्रेडिट कार्ड निर्गत किया जा चुका है। मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भŸा योजना के तहत अबतक कुल 16400 व्यक्तियों को लाभान्वित किया गया है। जिसकी कुल राशि 19.97 करोड़ रूपये है। कुशल युवा कार्यक्रम योजना के माध्यम से अबतक कुल 39404 आवेदकों को व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिलाया गया है।


जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय तक विद्यालयों में पठन-पाठन स्थगित रहा। उच्च कक्षाओं के बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित नहीं हो इसके लिए डिजिटल टिचिंग लर्निंग को बढ़ावा देने के उदेश्य से ”उन्नयन बिहार योजना” अंतर्गत जिले में फेसबुक लाइव क्लास की शुरूआत की गयी, जिससे जिले के छात्र-छात्रा लाभान्वित हो रहे हैं।लगभग 02 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे देखा है और हजारों लोगों द्वारा लाइक एवं शेयर भी किया गया है। वर्ष 2020-21 में जिलान्तर्गत कुल-109 पंचायतों में अवस्थित चिन्हित मध्य विद्यालयों को माध्यमिक कक्षाओं के संचालन हेतु उत्क्रमित किया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री बालिक/बालिका साईकिल योजना, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री बालक/बालिका प्रोत्साहन योजना का क्रियान्वयन समुचित तरीके से किया जा रहा है। वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में कुल 340 माध्यमिक विद्यालय हेतु हार्डवेयर अधिष्ठापन हेतु राशि विद्यालयों को उपलब्ध करायी गई है। उक्त 340 में से 337 विद्यालय उन्नयन बिहार कार्यक्रम से आच्छादित है। 


उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के आर्थिक, सामाजिक एवं व्यक्तित्व विकास हेतु बिहार सरकार द्वारा कई कल्याणकारी योजनाएं चलायी जा रही है। मुख्यमंत्री विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के तहत वर्ष 2021 में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, बिहार से इंटर परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उतीर्ण कुल-795 मुस्लिम छात्राओं को 15000 प्रति छात्रा की दर से कुल-1.1925 करोड़ रूपये का वितरण सीधे उनके खाते में सीएफएमएस प्रणाली के माध्यम से किया गया है। वर्ष 2021 में ही बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड, बिहार से मौलवी की परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उतीर्ण कुल-1 मुस्लिम छात्राको 15 हजार प्रति छात्रा की दर से कुल-15 हजाररूपये का वितरण सीधे उनके खाते में सीएफएमएस प्रणाली के माध्यम से किया गया है। वहीं फोकानिया की परीक्षा में प्रथम श्रेणी से उतीर्ण कुल-8 मुस्लिम छात्र-छात्राओं को दस हजार रूपये प्रति छात्र की दर से कुल-80 हजाररूपये का वितरण सीधे उनके खाते में सीएफएमएस के माध्यम से किया गया है। इसके साथ ही अल्पसंख्यक छात्रृवति योजना, मुख्यमंत्री परित्यक्ता/तलाकशुदा योजना, मदरसा सुदृढीकरण योजना का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। 


उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बेरोजगारी दूर करने तथा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा पिछड़े एवं कमजोर वर्ग के बेरोजगार लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु मुख्यमंत्री परिवहन योजना की शुरूआत की गयी है। इस योजना के तहत प्रत्येक पंचायत से पिछड़े वर्ग के 3 एवं अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के 4 कुल-7 व्यक्तियों को लाभान्वित करने की योजना है। वाहन खरीद पर 50 प्रतिशत या अधिकतम 1 लाख रू0 का अनुदान सरकार द्वारा दिया जा रहा है। पश्चिम चम्पारण जिला में कुल 1372 लाभार्थियों को अपने पसंद का वाहन क्रय करने हेतु 1-1 लाख रूपयेका भुगतान कर दिया गया है एवं 13 लाभुकों को एम्बुलेंस हेतु लाभान्वित किया गया है। 


उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम-2015 के लागू होने के बाद से जिला के कुल 04 लोक शिकायत निवारण कार्यालयों में कुल 27238 परिवाद पत्र प्राप्त हुए हैं, जिसके विरूद्ध 26476 परिवादों का विधिवत निवारण किया जा चुका है।


शिकायतों का ससमय निवारण करना प्रशासन की प्राथमिकता है। बिजली, सड़क और पानी, ये समाज की मूलभूत आवश्यकताएं हैं। सबसे अधिक समस्या इन्हीं क्षेत्रों से आती है। व्यक्ति को पता नहीं चलता है कि किससे शिकायत करें। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा जिलास्तर पर ”निदान” केन्द्र की स्थापना की गयी है। यहां शिकायत करने के लिए डेडिकेटेड टेलीफोन नंबर 06254-242199 है। साथ ही मोबाईल संख्या-6204083522 पर भी शिकायत दर्ज करायी जा सकती है। शिकायतों का ससमय निवारण की व्यवस्था करायी गयी है।


उन्होंने कहा कि इस जिले के किसान काफी मेहनती हैं। कृषि उत्पादकता के क्षेत्र में इस जिले का महत्वपूर्ण स्थान है। गन्ने का उत्पादन इस जिले में व्यापक रूप से किया जाता है, जिसके चलते यहाँ 5 चीनी मिलें सफलतापूर्वक कार्यरत है। वर्ष 2021-22 विभिन्न आपदाओं से भरा रहा है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के प्रकोप से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा है वहीं मई माह में याश तुफान एवं जून से अगस्त माह तक हुए अतिवृष्टि के कारण खेती के कार्यो पर प्रतिकूल प्रभाव पडा है। अभी भी पुरा जिला कोरोना की तीसरी लहर के प्रकोप से गुजर रहा है। ऐसी विषम परिस्थिति में भी जिला कृषि कार्यालय एवं संबद्ध सभी कार्यालयों के सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारी सतत किसानों के हित में कार्य कर रहे है। 


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंर्तगत जिले के 2,98,683 रैयती किसान परिवारों को प्रत्येक चार माह पर 2,000 रूपये, कुल सलाना 6,000 रूपये सहायता राशि दी जा रही है जिससे किसानों को कृषि कार्य करने में सहायता प्राप्त हो रही है। मई माह में याश तुफान तथा असामयिक वर्षापात के कारण बगहां 1 प्रखण्ड के दो पंचायत में तरबूज की फसल में हुए क्षति के लिए कृषि इनपुट अनुदान योजना के अंर्तगत 210 किसानों को 3,28,896 रूपये का फसल सहयता अनुदान उपलब्ध कराया गया है। खरीफ 2021 में अतिवृष्टि तथा जल-जमाव के कारण व्यातक स्तर पर गन्ने एवं धान के फसल की क्षति हुई है तथा परती भुमि रह जाने के कारण भी किसानों को नुकसान का सामना करना पडा है। फसल क्षति का आकलन किया गया जिसमें धान फसल के लिए 12,090 हे0, गन्ना फसल के लिए 32,145 हे0 तथा परती भूमी के लिए 486 हे0, कुल 44,721 हे0 फसल क्षति का रकबा का आकलन किया गया।  किसानों को हुई फसल क्षति की स्थिति को देखते हुए प्रतिवेदित प्रखण्डों में कृषि इनपुट अनुदान देने का निर्णय राज्य सरकार द्वारा लिया गया। इसके अंर्तगत असिंचित फसल क्षेत्र के लिए 6,800 रूपये प्रति हेक्टेयर तथा सिंचित फसल क्षेत्र के लिए 13,500 रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान देय है। उद्यानिक तथा बहुवर्षीय फसल के लिए 18,000 रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान देय है। प्रति किसान अधिकतम 2 हेक्टेयर के लिए अनुदान देय है। अब तक कृषि इनपुट अनुदान के लिए 72,742 किसानों ऑनलाईन आवेदन किये हैं जिसमें से 29741 आवेदनों का सत्यापन कृषि समन्वयकों द्वारा किया गया है। शेष आवेदनों का सत्यापन किया जा रहा है। 


बीज वितरण एवं फसल प्रत्यक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत खरीफ 2021 में कुल 2.252 क्विंटल धान बीज, 448 धान आधार बीज, 15 क्विंटल शंकर धान बीज, 35 क्विंटल अरहर बीज तथा 09 क्विंटल शंकर मक्का बीज का वितरण अनुदानित दर पर कराया गया, जिसे जिला के 23645 किसानों को लाभ प्राप्त हुआ। रबी 2021-22 में 576 क्विंटल मसुर बीज, 6790 क्विंटल गेहुँ बीज तथा 60 क्विंटल राई/सरसो बीज का वितरण अनुदानित दर पर कराया गया है, जिससे 27584 किसानों को लाभ प्राप्त हुआ है।

 

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की पहल पर पश्चिम चम्पारण जिले में एक एग्रीस्मिता समूह का गठन किया गया जिसके माध्यम से कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में उद्यामिता विकास के लिए एक कॉमन प्लेटफॉर्म तैयार करने का प्रयास किया गया है। इसके अंतर्गत प्रखण्ड बगहा-1, बगहा-02, रामनगर, गौनाहा और मैनाटाड़ में मशरूम उत्पादन, प्रखण्ड बगहा-1, नौतन, बैरिया, मझौलिया और नरकटियागंज में मखाना की खेती, रामनगर प्रखण्ड में मोती की खेती, भितहाँ और पिपरासी प्रखण्ड में केले के थम्ब से फाइबर निकालना, केला फाईबर के विभिन्न उत्पाद तैयार करना तथा नौतन एवं मझौलिया प्रखण्ड में  मसाला की खेती, मसाला प्रसंस्करण आदि विभिन्न क्षेत्रों में उद्यमिता विकास का प्रयास किया जा रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे है। पिछले वर्ष पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत किये गये मखाना की खेती की सफलता को देखते हुए इस वर्ष किसानों द्वारा 100 एकड में मखाना की खेती की गयी है। इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण तथा बीज उपलब्ध कराया गया है।


उन्होंने कहा कि वर्तमान में संपूर्ण देश कोरोना महामारी (कोविड-19) से जूझ रहा है। जिला प्रशासन, कोविड-19 की रोकथाम के लिए कृतसंकल्पित है तथा इसकी रोकथाम हेतु कारगर कदम उठाये गये हैं।जिले मे 3892910 लागां को कोविड टीकाकरण अन्तर्गतप्रथम 2221229 खुराक, 1660233 लागां को दोनो खुराक लगाया जा चुका है। 11448 हेल्थ केयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर, साठ वर्ष के उपर से वरिष्ठ नागरिक को कोविड टीका का बूस्टर डोज लगाया जा चुका है। द्वितीय खुराक में जिला का प्रदर्शन काफी सराहनीय है। राज्य द्वारा जिला के द्वितीय खुराक के आच्छादन में 5 रैंकिंग प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया है। वर्तमान में 18 आयु वर्ग से अधिक के टीकाकरण के साथ-साथ 15-18 आयु वर्ग के लिए भी टीकाकरण कराया जा रहा है। वर्तमान तिथि तक 105514 बच्चों को कोविड टीका का प्रथम खुराक दिया जा चुका है।


जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना महामारी में भी हमने विकास के प्रयास नहीं छोड़े हैं। लॉकडाउन के दौरान जिले में लगभग 01 लाख से ज्यादा कामगार/श्रमिक जिले में वापस लौटे। इन सभी के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्याएं थी। जिला प्रशासन द्वारा समन्वित प्रयास कर इच्छुक व्यक्तियों को इसी जिले में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधान उपलब्ध कराने के लिए बिहार औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना का क्रियान्वयन भी इस जिले में बेहतर तरीके से कराया जा रहा है। इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है।


लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार के निदेश के आलोक में विगत वर्ष में वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों को प्रखंड, पंचायत स्तर पर संचालित क्वारेंटिन कैम्प में 14 दिन तक रखा गया, उसके बाद ही उन्हें उनके घर भेजा गया। इसी दौरान इनकी स्किल मैपिंग करायी गयी। जिला प्रशासन द्वारा उद्यमी मित्र मंडली का निर्माण भी कराया गया। इसमें टेक्सटाइल एण्ड क्राफ्ट मैनुफैक्चिरिंग, पेवर ब्लॉक मैनुफैक्चिरिंग, फुटवेयर मैनुफैक्चिरिंग, बम्बू एण्ड क्राफ्ट मैनुफैक्चिरिंग, सैनेटरी पैड मैनुफैक्चिरिंग आदि से जुडे़ सैकड़ों व्यक्तियों की पहचान की गयी है। इतना ही नहीं बाहर के बडे़ निवेशकों के साथ भी लगातार वर्चुअल रूप से बैठक कर रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।


इसी क्रम में इसी जिले में अपना उद्यम अधिष्ठापित करने के इच्छुक कामगारों को जिला प्रशासन द्वारा हर संभव मदद किया गया। फलस्वरूप चनपटिया में स्टार्टअप जोन का अधिष्ठापन हो चुका है। चनपटिया में स्टार्टअप जोन को बेहतरीन बनाया जा रहा है। वर्तमान में चनपटिया स्टार्टअप जोन के तहत एपरील एंड गारमेंट्स के 41 इकाई प्रारंभ हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त 54 अन्य उद्यमियों के लिए भी शेड आवंटित हो चुका है, जिनके द्वारा इकाई स्थापना की कार्रवाई तीव्र गति से की जा रही है। 


अब तक 49 उद्यमियों को चनपटिया स्टार्टअप जोन के अंतर्गत स्थान आवंटित किया जा चुका है,जिसमें से 35 उद्यमियों के द्वारा उत्पादन प्रारम्भ किया जा चुका है। वहीं 105 अन्य उद्यमी स्थान आवंटन कीकतार में हैं। प्रत्यक्ष रूप से लगभग 750 कामगारों को रोजगार मिला है। उद्यम स्थापित किए गए उद्यमियों के द्वारा बल्क प्रोडक्शन किया जा रहा है एवं अब तक लगभग 15 करोड़ रूपए के विभिन्न प्रोडक्ट्स कीबिक्री की जा चुकी है।


उद्यमी जहां एक ओर स्थानीय बाजार में बिक्री कर रहे हैं वहीं अन्य राज्य तथा विदेशों में भीबिक्री कर रहे हैं। जैसे 45000 ट्रैक सूट की सप्लाई लद्दाख को किया गया है। वहीं 5000 जैकेट की सप्लाई स्पेन में की गई है। 2500 वर्दी की सप्लाई बिहार पुलिस एवं एस.एस.बी को किया गया है। 13 लाख मास्ककी सप्लाई बिहार सरकार के विभिन्न कार्यांलयों को कोरोना के दौरान किया गया। 17000 पैकेट (प्रत्येक में 30 पीस) सैनीटरी पैड की सप्लाई उड़ीसा के गंजामन बरहमपुर को की गई है। इसके साथ ही झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, जम्मू एण्ड कश्मीर, न्यू दिल्ली, गुजरात, पंजाब, हरियाणा असम इत्यादि राज्यों में भी यहांके बने उत्पाद निर्यात किए जा रहे हैं। ऑर्डर की बात की जाए तो भूटान एवं दक्षिण अफ्रिका से प्रत्येक माह 100 टन स्टील के बर्तन की सप्लाई का आर्डर भी उद्यमी को मिला है।


जिला प्रशासन के इस प्रयास से युवाओं में आशा का संचार हुआ है तथा वे प्रेरित होकर टीम के साथ लगातार जुड़ते जा रहे हैं। अब तक चार सौ से ज्यादा युवाओं द्वारा स्टार्टअप जोन में कार्य करने की इच्छा जतायी गयी है। इन सभी युवाओं को स्टार्टअप जोन में सभी प्रकार की समुचित व्यस्थाएं उपलब्ध कराने हेतु हर-संभव मदद की जा रही है। जिला प्रशासन के द्वारा ना केवल उच्चस्तरीय पदाधिकारियों से समन्वय कर संभावनाओं की तलाश की जा रही है, बल्कि इन्हें सुविधापूर्ण तरीके से ऋण मुहैया कराने हेतु भी बैंक से लगातार सम्पर्क किया जा रहा है।


इसी कड़ी में माननीय मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा स्टार्टअप जोन का निरीक्षण भी किया गया तथा जिला प्रशासन द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की गयी। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा यह भी निदेश दिया गया कि जिस तरीके का कार्य पश्चिम चम्पारण जिले में हुआ है ऐसा ही कार्य बिहार राज्य के सभी जिलों में हो। इसके फलस्वरूप राज्य के सभी जिलों के अधिकारियों का दल चनपटिया स्टार्टअप जोन का अध्ययन करने पहुंचे तथा काफी आशान्वित दिखे।


पश्चिम चम्पारण जिले को प्रोडक्शन सेंटर के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है। सरकार एवं जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि आने वाली पीढ़ियों को रोजगार हेतु बाहर नहीं जाना पड़े, उन्हें विभिन्न प्रकार के रोजगार इसी जिले में मुहैया हो सके तथा वे जीविकोपार्जन अच्छे तरीके से कर सके।


उन्होंने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिला प्राकृतिक, ऐतिहासिक एवं धार्मिक रुप से प्रसिद्ध रहा है। वर्तमान में पर्यटन के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं के क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है। जिला में बौद्ध धर्म से जुडे़ सभी स्थलों को जोड़ते हुए उन्हें बौद्ध सर्किट के रुप में विकसित किया जा रहा है। बौद्व सर्किट में अशोक स्तम्भ, रमपुरवा, बौद्व स्तुप, लौरिया सहित अशोक स्तम्भ, लौरिया, स्टोन कैभ हेतु कुँअर, वाल्मीकिनगर पार्क, सहोदरा स्थान, हारबोरा नदी शामिल है। बौद्व सर्किट से जुडे़ उक्त क्षेत्रों में उच्च स्तर की आधारभुत संरचना, जन सुविधायें, सेवायें, कनेक्टिविटी सहित स्थल विकास तथा क्षमतावर्धन किया जाना है।


अमवा मन को पश्चिम चम्पारण के एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल के रुप में विकसित किया जा रहा है, जो एक मनोरम प्राकृतिक जलाशय है। यहां पर वाटर स्पोर्टस की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। जिसमें पैरा सेलिंग, मोटर वोट, पैडल वोट, कयाक, बनाना राइड, जेट स्की, जॉबिंग बॉल, ट्री हाउस, फ्लोटिंग रेस्टोरेंट आदि की भी सुविधा मिलेगी। कैंटिन, शुद्ध पेयजल, मॉड्युलर शौचालय, प्रफैब चेंजिंग रुम, पार्किंग, टिकट काउंटर, हाउस किपिंग आदि की भी समुचित व्यवस्था की जानी है। इसके विकास एवं सौंदर्यीकरण हेतु मो0 14,61,10,700.00 (चौदह करोड़ एकसठ लाख, दस हजार, सात सौ) रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है। 

पर्यटन विकास के दृष्टिकोण से हीं वाल्मीकिनगर में 120.21 करोड़ की लागत से बहुउद्देशीय सभागार, अतिथिगृह, 04 अदद ब्लॉक, विद्युत सब-स्टेशन, सुरक्षा बैरक एवं गार्ड रूम सहित के निर्माण की स्वीकृति राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा प्रदान की गयी है। 

इसी तरह पटजिरवा माई स्थान हेतु 6,74,99,000 (छः करोड़ चौतहर लाख, निन्यानबे हजार) रुपये, खड्डा माई स्थान हेतु 5,46,33,600 (पाँच करोड़ छियालिस लाख तैतिस हजार, छः सौ) रुपया तथा दुर्गा स्थान, बेतिया हेतु 6,17,31,400 (छः करोड़ सत्रह लाख, एकतीस हजार, चार सौ) रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है। वाल्मीकिनगर में वाटर सफारी की शुरुआत की गयी है, एवं वहाँ इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर बनाने की दिशा में कार्य आरंभ हो चुका है, साथ ही साथ बेतिया में प्रेच्छा गृह का निर्माण पूर्ण हो चुका है।


उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन पश्चिम चम्पारण जिले के प्रसिद्ध मर्चा चुड़ा को जी0आई टैग दिलाने हेतु प्रयासरत है। यह प्रयास अब अंतिम चरण में है, शीघ्र ही जिले के मर्चा चुड़ा को जी0आई टैग मिलने की प्रबल संभावना है।

 

उन्होंने कहा कि वाल्मीकिनगर टाईगर रिजर्व/उदयपुर पक्षी विहार, हजारीमल धर्मशाला, वृंदावन आश्रम, सिद्धपिठ पुजहाँ पटजिरवा माई स्थान, बैरिया, सरेयामन उदयपुर (जंगल), सनकहिया माई स्थान, बैरिया, खड्डा माई स्थान, नौतन, दुर्गा स्थान, बेतिया, नंदनगढ़, लौरिया, वाल्मीकिनगर टाईगर रिजर्व, सोमेश्वर पहाड़ी, रामनगर जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को आधारभूत सुविधाओं से युक्त करते हुए परिवहन के केन्द्रों से जोड़ा जा रहा है, जो पश्चिम चम्पारण में बिहार ही नही बल्कि भारत में एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में बढ़ता हुआ कदम है। 


जिलाधिकारी ने कहा कि बेतिया पुलिस के द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए बेतिया जिलान्तर्गत विधि-व्यवस्था का संधारण एवं अपराध नियंत्रण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया गया है, जिसके फलस्वरूप अपराध के शीर्ष कांडों में अप्रत्याशित कमी देखी गई है। जहां वर्ष-2020 में अपराध के शीर्ष कांड यथा- हत्या-75, डकैती-03, लूट-23, गृहभेदन-95, चोरी-1036, बलात्कार-19, रंगदारी-15 एवं अनु0 जाति/जनजाति अधिनियम-198 कांड प्रतिवेदित हुए थे, वहीं वर्ष-2021 में अपराध के शीर्ष कांड यथा- हत्या-49, डकैती-02, लूट-19, गृहभेदन-59, चोरी-796, बलात्कार-18, रंगदारी-11 एवं अनु0 जाति/जनजाति अधिनियम-139 मामले दर्ज हुए हैं। 


उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहां की गंगा-जमुनी तहजीब विश्व विख्यात है। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता विधि-व्यवस्था का संधारण एवं कानून का राज स्थापित करना है। राज्य के सभी नागरिक बिना भय के अमन-चैन से रहें तथा साम्प्रदायिक सौहार्द, भाई-चारा बनाये रखें, समाज के सभी वर्गों को न्याय एवं उनका हक मिले, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। जिला प्रशासन द्वारा आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप कानून एवं विधि-व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।


उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के इस महान अवसर पर हम समाज के सभी धर्मों, सम्प्रदायों, वर्गों, जातियों के लोगों का आह्वान करते हैं कि देश और राज्य को आगे बढ़ाने में मिल जुलकर काम करें एवं जागरूक रहकर भ्रष्टाचार मुक्त एक स्वस्थ एवं समृद्ध देश का निर्माण करेंगे।


इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले व्यक्तियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। गुड सेमेरिटन के रूप में तीन व्यक्तियों (1) श्री लालबाबु यादव, पिता-श्री रामरेखा यादव, जौकटिया (2) श्री राजन कुमार, पिता-श्री जयराम प्रसाद कुशवाहा, मझौलिया एवं (3) श्री दीपक कुमार सिंह, पिता-श्री दिलीप कुमार सिंह, माधोपुर मझौलिया को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।


माननीय प्रधानमंत्री, भारत सरकार, श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से गत दिनों पुरस्कृत हुए धीरज कुमार को भी गततंत्र दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। 


वहीं कोविड वैक्सीनेशन में उत्कृष्ट कार्य करने वाली ए0एन0एम0 रामनगर की मानती कुमारी, मझौलिया की गंगा कुमारी, बेतिया की रूपा कुमारी, नौतन की सुनिता राय एवं सिकटा की सुधा कुमारी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मानती कुमारी ने अबतक 31000 लोगों को वैक्सीन दे चुकी हैं। इसी तरह गंगा कुमारी ने 29000, रूपा कुमारी ने 22000, सुनिता कुमारी ने 20000 एवं सुधा कुमारी ने 19000 लोगों को कोविड-19 वैक्सीन टीका लगाया है।


इसी तरह राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न गतिविधियों में चयनित एवं भाग लेने वाले शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल रेफरी में चयनित श्री नवीन उत्पल, शारीरिक शिक्षक, संत जेवियर्स हायर सेकेन्ड्री स्कूल, बेतिया, एनसीसी में नौकायन अभियान 2019 में बिग्रेडियर द्वारा प्रशस्ति पत्र प्राप्त करने वाली अन्नु कुमारी, छात्रा, राज्य सम्पोषित कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बेतिया, संतोष ट्रॉफी में खिलाड़ी के रूप में भाग लेने वाले छात्र रविश रंजन जायसवाल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, हरनाटांड़, बगहा-02, नौकायन प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने वालली रूबिना कुमार, छात्रा, महारानी जानकी कुंवर महाविद्यालय, बेतिया, राष्ट्रीय स्तर पर कैरम प्रतियोगिता में विजेता, छात्रा ममता कुमारी, गणेश प्रसाद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं राष्ट्रीय स्तर पर कैरम प्रतियोगिता में विजेता छात्रा नेहा कुमारी, गणेश प्रसाद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, चनपटिया के नाम शामिल हैं।

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