पश्चिम चंपारण मे नल जल योजना टांय टांय फीस--भाकपा

  


बेतिया, 08 फरवरी। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पं चम्पारण जिले में जल नल योजना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। नीतीश  की यह महत्व कांक्षी योजना  पश्चिम चम्पारण में पूर्णतः असफल रही है, आज भी 70 से 80 प्रतिशत नलों से पानी नहीं मिलता, और पूर्व के सभी प्रतिनिधि एवं अधिकारियों ने मिलकर इस राशि का बंदर बांट कर लिया, कहीं भी मानक का प्रयोग नहीं हुआ, भाकपा जिला सचिव ओम प्रकाश क्रांति ने कहा कि यदि सुशासन बाबू में दम है तो इस योजना का उच्च स्तरीय जांच करा कर देख ले उनके सुशासन एवं जीरो टॉलरेंस का हकीकत सामने आ जायेगा, पं चम्पारण के 315 पंचायतों में से कुछ दर्जन ही पंचायत है जहाँ जल नल योजना का पानी लोगों को मिल रहा है, बाकी सब टांय टांय फीस है, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी शुरू से ही इस योजना को फलाप योजना बताती रही है, दुर्भाग्य तो यह है कि जिस पंचायत की जांच जिला के आला अधिकारियों ने किया, और बडे़ पैमाने पर अनियमितता पाई गई लेकिन वहाँ का भी मामला रफा दफा हो गया, आखिर नीचे से उपर तक मिलि भगत नहीं है तो और क्या कहा जा सकता, कुछ जगहों पर छोटी मच्छली वार्ड सदस्य का शिकार किया गया लेकिन बड़ी मच्छली मुखिया, जे ई, एस डी ओ, अभियंता इस पकड़ से आज भी बाहर है, जिन्होंने जल नल योजना के माध्यम से अकुत संपत्ति अर्जित कर ली, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बिहार सरकार से नैतिकता के आधार पर इस योजना के भौतिक सत्यापन एवं जांच की मांग करती है

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