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बेतिया, 3 मार्च । नीतीश सरकार आरएसएस का एजेंडा लागू करते हुए मैनाटाड़ के इनरवा बाजार में इण्डो नेपाल बोर्डर सड़क निर्माण के बहाने अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बना रहीं हैं,नीतीश सरकार में मुस्लिम समुदाय द्वारा न्याय को लेकर आवाज उठाना जुर्म हो गया है, उक्त ब्यान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन के बाद भाकपा माले नेता सह इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहीं,
इनरवा बाजार से निर्दोष दो नागरिकों की गिरफ्तारी के खिलाफ भाकपा माले ने बेतिया छावनी ढाला पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया, तथा उपस्थित लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगते हुए अल्पसंख्यको को निशाना बनाना बंद करो, नीतीश कुमार भाजपा के गोद में खेलना बंद करो, नीतीश कुमार आरएसएस का एजेंडा लागू करना बंद करो, पुलिस की गुंडागर्दी नहीं चलेगी, नहीं चलेगी, इनरवा काण्ड में निर्दोष नागरिकों की गिरफ्तारी क्यों नीतीश सरकार जबाब दो, इनरवा काण्ड के दोषी पुलिसकर्मी को संरक्षण देना बंद करो, न्याय को लेकर आवाज उठाना जुर्म कैसे नीतीश सरकार जबाब दो, इनरवा के गिरफ्तार निर्दोष नागरिकों को रिहा करो,सड़क निर्माण के बहाने अल्पसंख्यको को निशाना बनाना बंद करो आदि नारे लगाते रहें,
इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि इनरवा बाजार में 60 फीट सड़क चौड़ी है मगर ईदगाह के सामने 100 फीट सड़क को चौड़ा करने का जिला प्रशासन और सरकार द्वारा मानक तय किया गया है, मगर इसके बावजूद ईदगाह के सामने 128 फीट जबरन गैरकानूनी तरीका से 11- 12 जनवरी को स्थानीय प्रशासन की देखरेख में इनरवा बाजार स्थित ईदगाह और आवासीय घर को तोड़ दिया गया है, इसी न्यायिक सवालों को लेकर नागरिकों ने पुलिस प्रशासन के सामने रखा, पुलिस प्रशासन इन न्यायिक सवालों को सुनने कि बजाय दमन का रास्ता अपनाया, लाठीचार्ज किया, फर्जी मुकदमा दर्ज किया, और आज गिरफ्तार कर जेल में डाल रहा है, नितीश कुमार चुप्पी साधे हुए हैं,
भाकपा माले नेता सह किसान महासभा जिला अध्यक्ष सुनील राव ने कहा किईदगाह की जमीन रजिस्ट्री वाला है, जिसका दस्तावेज नंबर 8487 है इसके बावजूद ईदगाह के सामने सड़क के लिए 100 फीट चौड़ी जमीन ली गई, इतना ही नहीं प्रशासन तोड़ते समय 124 फीट जमीन में बने दीवाल और उसके बगल में निजी जमीन में आवासीय घर को प्रशासन ने तोड़ दिया यह नियम कानून से परे प्रशासन ने संप्रदायिक भावना को तुष्ट करने के लिए किया गया है, जिसके खिलाफ व्यापक जनता में आज उबाल है उन्होंने भी राज्य सरकार से मांग किया कि ईदगाह और घर तोड़ते समय विरोध करने वालों पर 20 नामजद लोगों को मुकदमा में फंसाया गया है, मुकदमा रद्द करने की बजाय आज गिरफ्तारी हो रही है इससे साबित हो चुका है कि नीतीश कुमार भाजपा के एजेंडे को बिहार में लागू कर रहे हैं, गिरफ्तार नागरिकों को रिहाई की मांग किया, इनके अलावा इनौस राज्य परिषद सदस्य सुरेन्द्र चौधरी, ठाकुर साह,फैज, आमिर, वाहिद, अमन कुमारकुमार आदि नेताओं ने भी नीतीश सरकार की कार्यवाही का विरोध किया।
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