नव वर्ष विक्रम संवत 2079 एवं पवित्र रमजान 1443 के अवसर पर लिया विश्व शांति अहिंसा एवं आपसी भाईचारे का संकल्प।

 


 पश्चिम चंपारण, 02 अप्रैल। भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत 2079 एवं पवित्र रमजान1443 पर स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, अमित कुमार लोहिया ,डॉ शाहनवाज अली ने संयुक्त रुप से कहा कि आज पूरे भारतीय प्रायद्वीप में, भारतीय नव वर्ष विक्रम संवत 2079 मनाया जा रहा है । साथ ही भारत समेत पूरे विश्व में पवित्र रमजान 1443 आरंभ हो रहा है ।इस अवसर पर समाज के उपेक्षित एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए सहयोग करने की भावना बन रही है। इस अवसर पर छात्र छात्राओं ने विश्व शांति अहिंसा एवं आपसी भाईचारे का संकल्प लिया।इस अवसर पर महान सम्राट विक्रमादित्य को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ एजाज अहमद ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल, अल बयान के संपादक डॉ सलाम एवं पश्चिम चंपारण कला मंच के संयोजक शाहीन परवीन  ने संयुक्त रुप से कहा कि विक्रमादित्य ने देश के संपूर्ण ऋण को चुका कर विक्रम संवत की शुरुआत 57 ईसा पूर्व से आरंभ किया था। विक्रमादित्य का शासन लगभग संपूर्ण एशिया महाद्वीप के क्षेत्र में था । विक्रमादित्य का शासन भारतीय प्रायद्वीप का स्वर्ण युग था। इस अवसर पर डॉ0 एजाज अहमद, चांसलर डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि भारतीय नव वर्ष एवं पवित्र रमजान करीम देश एवं विश्व के समस्त नागरिकों के बीच सुख, शांति, समृद्धि एवं विकास लाए। साथ ही हम सब मिलकर कोरोना वायरस संक्रमण से मिलकर विश्वव्यापी अभियान में ,संयुक्त राष्ट्र संघ विश्व स्वास्थ संगठन ,विश्व की विभिन्न सरकारों एवं भारत सरकार का पूर्ण सहयोग करें। रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग उपवास रखते हैं। साथ ही समाज, राष्ट्र एवं विश्व में सभी के लिए सुख शांति समृद्धि में विकास की कामना करते हैं। 

भारत सरकार ने स्वच्छता के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान का आरंभ 2014 में किया गया था । सरकार द्वारा आम जनमानस में स्वच्छता के प्रति जागृति लाने के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 पूरे भारतवर्ष में कराया जा रहा है।अगर इसे भारत सरकार के साथ जनता द्वारा क्रियान्वित किया जाए एवं पूरे देश के नागरिक इस अभियान में जुड़ कर स्वच्छताग्रही बन कर अपने घरों की सफाई करें तो हम अवश्य ही एक निश्चित समय अवधि में इस विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्ति पा सकेंगे। इस अवसर पर वक्ताओं ने विश्व शांति, कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम ,विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति,भूख, गरीबी, महामारी ,अशिक्षा, बाल विवाह, बाल उत्पीड़न ,सीमा पार मानव व्यापार, महिला उत्पीड़न , हिंसा की रोकथाम,सीमा पार मादक द्रव्यो की रोकथाम जैसे विभिन्न सामाजिक कुरीतियों से मुक्ति का संकल्प लिया गया ताकि समाज में वास्तविक खुशहाली आ सके जिसका सपना सदियों पहले हमारे पुरखों ने देखा था।

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