बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना जिले में शीघ्र होगा क्रियान्वित। महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा प्रारंभ की गयी कार्रवाई।







बेतिया, 05 अप्रैल। जिलाधिकारी  कुंदन कुमार ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इसके तहत लिंगानुपात को कम करना, महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देना और लिंग असमानता को दूर करना है। योजना के तहत बच्चियों को शिक्षा उपलब्ध कराना और समाज में उनकी भागीदारी को बढ़ाने का प्रयास किया जाना है। 


उन्होंने कहा कि बेटियां परिवार, क्षेत्र एवं देश की शान होती है। बेटियां हर एक क्षेत्र में बराबर की सहभागिता निभा रही है। इसके बावजूद अभी भी कुछ लोगों की मानसिकता बेटियों के प्रति भेदभाव वाली परिलक्षित होती रहती है। उन्होंने कहा कि बेटियों के प्रति समाज में होने वाले नकारात्मक रवैया के प्रति जागरूकता फैलाना व भविष्य को अच्छा बनाने व उनके कल्याण के लिए तमाम योजनाओं को कारगर तरीके से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है।  जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को निदेशित कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का संचालन बिहार राज्य के 17 जिलो में पूर्व से ही संचालित है। महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार द्वारा जारी निदेश के आलोक में राज्य के शेष 21 जिलों में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का विस्तारीकरण किया जाना है। जिसमें पश्चिम चम्पारण जिला भी शामिल है। इस हेतु सभी तैयारियां ससमय पूरी कर ली जाय।


उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के जिले में क्रियान्वयन के लिए नोडल पदाधिकारी की नियुक्ति की जानी है।  इसके लिए डेडिकेटेड बैंक एकाउंट खोलने तथा बैंक एकाउंट को मिशन शक्ति की उपयोजना सम्बल के तहत पीएफएमएस के साथ मैप करने की कार्रवाई की जानी है। सभी कार्य विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुरूप सुनिश्चित किया जाय।


जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि महिला एवं बाल विकास निगम, बिहार द्वारा मांगे  गये वांछित दस्तावेज आदि ससमय उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाय ताकि पश्चिम चम्पारण जिले में शीघ्र ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना का क्रियान्वयन हो सके।

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