कृषि एवं फसल अवशेष प्रबंधन पर आयोजित हुआ गोष्ठी, कार्यशाला, परिचर्चा एवं अन्य जागरूकता कार्यक्रम।


 


बेतिया, 04 मई। जल-जीवन-हरियाली दिवस के अंतर्गत दिनांक 04.05.2022 को समाहरणालय सभागार में मौसम अनुकूल खेती एवं फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर वेब कास्टिंग के माध्यम से परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सभी प्रखंड मुख्यालय में भी किया गया। जिसमें प्रखंड के पदाधिकारियों, कर्मियों एवं प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। 


कार्यक्रम में सूक्ष्म सिंचाई से जल संरक्षण, भूमि का समतलीकरण, धान की सीधी बुआई, फसल अवशेष का पशु चारे के रूप में उपयोग, जैविक खेती, कस्टम हायरिंग सेंटर आदि विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की गई।


उप विकास आयुक्त ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना का क्रियान्वयन निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरूप ससमय कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई से जल संरक्षण, भूमि का समतलीकरण, धान की सीधी बुआई, फसल अवशेष का पशु चारे के रूप में उपयोग, जैविक खेती, कस्टम हायरिंग सेंटर आदि का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाय ताकि कृषक इससे लाभान्वित हो सके तथा जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम किया जा सके। 


इस कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, विजय प्रकाश सहित जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, सहायक निदेशक उद्यान, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई तथा अन्य पदाधिकारियों एवं कर्मियों ने भाग लिया।

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