बेतिया, 20 जुलाई। पश्चिमी चंपारण जिला के नरकटियागंज ब्लॉक स्थित गोखुला पँचायत के राजकीय मध्य विद्यालय में आयोजित पर्सपेक्टिव बिल्डिंग कार्यक्रम में जीविकादीदियों को टीबी बीमारी के बारे में जानकारी दी गयी।इस दौरान कर्नाटका हेल्थ प्रोमोशन ट्रस्ट की सामुदायिक समन्यवक अनु कुमारी ने जीविका दीदियों को टीबी बीमारी की पहचान को लेकर उसके लक्षण के बारे में बताया गया, ताकि वह क्षेत्र में टीबी मरीजों की पहचान कर उसे इलाज के लिए प्रेरित कर सकें।वही केएचपीटी के सामुदायिक समन्यवक डॉ घनश्याम ने बताया कि अगर आपके स्वयं सहायता समूह या पड़ोस में किसी व्यक्ति को लगातार दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक खांसी, बलगम के साथ खून का आना, शाम को बुखार आना या वजन कम होना की शिकायत हो तो उसे तुरंत नजदीक के सरकारी अस्पताल में ले जाकर जांच कराने की सलाह दें। ये टीबी के लक्षण हैं। साथ ही उन्हें यह भी बताएं कि सरकारी अस्पताल में टीबी की जांच और इलाज पूरी तरह मुफ्त है।डॉ घनश्याम ने जीविकादिदियों से कहा सामुदायिक जागरूकता से ही टीबी बीमारी को समाज से मुक्त कर सकते हैं।वही केएचपीटी के दीपेश कुमार राय ने बताया कि टीबी मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत पांच सौ रुपये की सहायता राशि छः माह तक मरीजों के खाते में दी जाती है।बैठक में टीबी बीमारी से मुक्ति को लेकर शपथ भी लिया गया।आपको बता दें कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और केएचपीटी क द्वारा टीबी बीमारी उन्मूलन हेतु जिले में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मौके पर जीविका की सामुदायिक उत्प्रेरक शिवकुमारी देवी,इंदु देवी,रेखा देवी,सीमा देवी,सीमा कुमारी,प्रदीप गिरी,आदि उपस्थित थे।
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