वैदिक गणित की क्षेत्रीय टोली की बैठक को संबोधित किया गया






पटना , 19 जुलाई ,वैदिक गणित का ज्ञान उस गंगा जल के समान है, जिसे लोग गंगा से प्राप्त कर घर परिवार के लोगों और सम्पूर्ण परिसर पर छिड़काव करते हैं। हमारा घर परिवार और परिसर विद्यालय है, समाज है और वैदिक गणित वहां तक पहुंचना चाहिए। उक्त बातें विद्या भारती पूर्व उत्तर क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम जी ने वैदिक गणित की क्षेत्रीय टोली की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहां कि वैदिक गणित का प्रचार प्रसार विद्या भारती विद्यालयों के अतरिक्त समाज के अन्य विद्यालयों में  हो, इसके लिये विद्या भारती विद्यालयों  के भैया बहनों को प्रशिक्षित कर अन्य विद्यालय के भैया बहनों का प्रशिक्षण के लिए भेजना चाहिये।


उल्लेखनीय हो कि वैदिक गणित क्षेत्रीय टोली बैठक क्षेत्र प्रमुख  रामचन्द्र आर्य के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस बैठक में विद्या भारती वैदिक गणित विभाग के उत्तर बिहार प्रांत, झारखंड प्रांत और दक्षिण बिहार प्रांत प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।


वैदिक गणित विभाग के क्षेत्र प्रमुख  रामचन्द्र आर्य ने बताया कि यह बैठक आगामी 6 से 8 अगस्त तक  उड़िसा के पुरी धाम में आयोजित वैदिक गणित की अखिल भारतीय संगोष्ठी में बिहार क्षेत्र की तैयारियां और उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए आयोजित की गई थी।


उन्होंने बताया कि इस बैठक में क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम जी के मार्गदर्शन में तय किया गया कि वैदिक गणित विद्यालय के सबसे निचले स्तर तक पहुंचे, इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से समाज में इसका प्रचार प्रसार हो।  समाज के अन्य विद्यालयों में वैदिक गणित पहुंचे, इसके लिए समाज के लोगों के बीच वैदिक गणित की विशेषताओं की चर्चा की जाएं।


 बैठक में यह भी तय हुआ कि वैदिक गणित के प्रचार प्रसार के लिए विद्या भारती विद्यालयों के पुरातन छात्र, समिति सदस्यों को वैदिक गणित अभियान से जोड़ा जाए। साथ ही साथ समाजसेवी और अन्य विद्यालयों में वैदिक गणित से संबंधित  छोटे छोटे कार्यक्रमों ,वैदिक गणित की प्रतियोगिताएं  कराकर समाज के अन्य विद्यालयों को जोड़ने का प्रयास किया जाए।



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