बेतिया, 10 सितम्बर। बिहार राज्य किसान सभा की पश्चिम चंपारण जिला किसान काउंसिल की बैठक जिला कार्यालय रिक्शा मजदूर सभा भवन , बेतिया में हुई । बैठक को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने बताया कि आज पूरे देश में देश की अखंडता एवं एकता , संविधान की रक्षा , जनतांत्रिक अधिकारों का हिफाजत का सवाल एक गंभीर सवाल बन गया है । केंद्र की मोदी सरकार आज महंगाई , बेरोजगारी , सांप्रदायिकता , भ्रष्टाचार जैसी महत्वपूर्ण सवालों पर नाकाम रहने के कारण देश में नफरतों की बीज बोने का काम कर रही है । हमें इसकी रक्षा के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार रहना है ।
उन्होंने आगे बताया कि 13 महीने तक चली किसानों के ऐतिहासिक आंदोलन से भयभीत होकर किसान विरोधी तीनों काले कानूनों को तो प्रधानमंत्री मोदी ने वापस कर लिया। लेकिन एमएसपी को कानूनी दर्जा , आंदोलन के दरमियान 750 शहीदों के परिवारों को मुआवजा , 48 हजार लोगों पर किए गए मुकदमें वापस लेने , लखीमपुर खीरी के 4 किसानों के हत्यारा गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी हत्या का मुकदमा चलाने आदि सवालों पर जो आश्वासन दिया था । आज प्रधानमंत्री उससे मुकर रहे हैं । ऐसी स्थिति में हमें फिर से जिला के तमाम किसान संगठनो तथा किसानों को एकजुट करना है ।
उन्होंने यह भी बताया कि पूरा पश्चिम चंपारण सुखाड़ की चपेट में है । धान का फसल मार खा चुका है ।गन्ना पर भी बुरा प्रभाव पड़ा है । ऐसी स्थिति में बिहार सरकार द्वारा किसानों को डीजल अनुदान देने की घोषणा और उसमें भी डीजल की रसीद पर किसान रजिस्ट्रेशन की गारंटी जैसे तकनीकी उलझन में किसानों को फंसाने की योजना किसान को लाभ देने कि नहीं है ।
इसलिए उन्होंने मांग किया है कि डीजल अनुदान के बदले किसानों को फसल का हर्जाना 25 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से अविलंब दिया जाए। साथ ही गन्ना का मूल 500 प्रति क्विंटल किया जाए ।
उन्होंने आगे कहा कि आज किसानों के कमर टूट चुके हैं । खेती अलाभकर बन चुकी है । इसलिए आगामी रबी की बुवाई के लिए किसानों को सस्ते दर पर बीज , खाद पर 60% अनुदान तथा कृषि औजारों को मुफ्त में किसानों के बीच दिया जाए और पटवन के लिए बिजली किसानों को मुफ्त दिया जाए ।
उन्होंने आगे कहा कि पश्चिम चंपारण जिला किसान सभा का 37 वा जिला सम्मेलन मैनाटांड़ में होने जा रहा है । उसके पहले जिले के सभी अंचल सम्मेलन एवं पंचायत सम्मेलन को अक्टूबर तक पूरा कर लेना है ।
जिला मंत्री चांदसी प्रसाद यादव ने कहा कि किसान अपनी समस्याओं को लेकर 22 सितंबर को पटना गांधी मैदान में होने वाले किसान , मजदूर , , छात्रों , नौजवानों की महारैली में बड़ी संख्या में यहां से किसान भाग लेंगे ।
बैठक की अध्यक्षता रामा यादव ने की तथा बैठक को प्रभुनाथ गुप्ता , बशिष्ट राय , शिवनाथ राय , मोहम्मद वहीद , जगरनाथ यादव , , शंकर दयाल गुप्ता , शंकर कुमार राव , शिवशंकर पाण्डेय, प्रकाश वर्मा , म. सहीम , अवधबिहारी प्रसाद , सुनील यादव , रामेश्वर महतो , राजू बैठा मनौवर अंसारी , दोवा हकीम , हीरा ठाकुर , मिरहसन , मराछो देवी आदि लोगों ने संबोधित किया ।
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