देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, तानाशाही, नफरत व संवैधानिक वसूलों की नाफरमानी के खिलाफ बेतिया मे एक दिवसीय धरना,1974 के जेपी आंदोलन से जुड़े जेपी सेनानी शामिल हुए।

 



बेतिया, 04 नवंबर।  बिहार प्रदेश सम्पूर्ण क्रांति मंच, जिला ईकाई पश्चिम चम्पारण द्वारा देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी, तानाशाही, नफरत व संवैधानिक वसूलों की नाफरमानी के खिलाफ समाहरणालय-बेतिया के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन 11:00 बजे दिन से पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार प्रारंभ किया गया। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की अध्यक्षता  रामपुकार मिश्र ने की तथा संचालन  राम प्रकाश लाल "बागी" ने किया। जिला के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से 1974 के जेपी आंदोलन से जुड़े सैकड़ों जेपी सेनानी शिरकत किये और अपने-अपने महत्वपूर्ण विचार रखे। अपने उद्बोधन में वक्ताओं ने सामुहिक रुप से स्वीकार किया कि 1974 के आपात काल की स्थिति से आज की फासीवादी और तानाशाही की स्थिति ज्यादा बुरी और भयानक है। कारण कि आज अघोषित आपातकालीन व्यवस्था लागू है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बंदिश लगाई जा रही है। एक खास जाति, धर्म, समूह, वर्ग, लिंग और क्षेत्र विशेष के आवाम को एक सोची समझी साजिश के तहत योजनाबद्ध तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। जिसका खामियाजा समाज के सामाजिक-आर्थिक, राजनैतिक और शैक्षणिक रुप से पिछड़े वर्ग के लोगों और साथ ही सभी वर्गों की महिलाओं को अधिक भुगतना पड़ रहा है। आज देश में हर एक आदमी दुसरे आदमी को शंका और संदेह की दृष्टि से देखता है, हर तरफ नफरत, लालच, धोखा, भ्रष्टाचार का बोलबाला है। नैतिक मूल्यों पर चलने वाले अंगुली पर गिनती के लिए भी नजर नहीं आ रहे हैं। संविधान का उल्लंघन आम बात हो गई है। बीजेपी के शासन काल में भारतीय संविधान की प्रतियों को देश की राजधानी दिल्ली में दिन के उजाले में आरएसएस के लोगों ने जलाया। क्या हुआ? आज हमें संविधान बचाने के लिए एकजुट होने की जरूरत है और यह तभी संभव है जब हम अपने अंदर की नफरती भाव को अपने अंदर से बाहर खदेड़ेंगे। हमें सत्ता की मलाई चखने वालों के बहकावे में आने से बचना है और उनको भी उनके गलत कामों को करने से रोकने के लिए सावधान करना है। साथ ही वक्ताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि समय रहते सरकार ने देश में फैले असंतोष और आक्रोश को नहीं संभाला तो 74 के आंदोलन से बड़ा बदलाव का आन्दोलन बिहार से प्रारंभ होगा। जो ऐतिहासिक होगा। बैठक को  राम पुकार मिश्र, आलमगीर हुसैन, राष्ट्र सेवा दल, नन्दकिशोर "विकल", डा. अमानुल हक  वरीय पत्रकार, अमर नाथ प्रसाद, अनवरी खातुन, सामाजिक नेत्री, पवन कुमार, गोपाल प्रसाद वगैरह ने संबोधित किया।

अंत में आयोजन से संबंधित मांग-पत्र जो बिहार को बेहतर बनाने, भूमिहीनों को वासभूभि उपलब्ध कराने के मुख्यमंत्री के वायदे को याद दिलाने, भूमिगत जेपी सेनानियों की पहचान कर उन्हें सम्मान-पत्र देकर सम्मानित किया जाय जैसे मांगों से संबंधित मांग पत्र,मुख्यमंत्री , बिहार सरकार को जिला पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण द्वारा संबंधित मांग पत्र मंच के अध्यक्ष  रामपुकार मिश्र के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने प्रस्तुत किया गया।

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