स्वच्छ एवं स्वस्थ्य वातावरण नागरिकों का मूल अधिकार। स्वच्छ एवं स्वस्थ्य वातावरण, पर्यावरण संरक्षण ,जलवायु परिवर्तन की रोकथाम, मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर संकल्प।

 


 


पटना, 10 दिसंबर।  आज मानव अधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन, नगर निगम बेतिया, राजकीय बालिका मध्य विद्यालय एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा ऐतिहासिक शहीद स्मारक के प्रांगण में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों, बुद्धिजीवी एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया। इस अवसर पर ब्रांड एंबेस्डर स्वच्छ भारत मिशन सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ नीरज गुप्ता ब्रांड एंबेसडर स्वच्छ भारत मिशन, आदित्य कुमार, प्राचार्य राज बालिका मध्य विद्यालय सुधा कुमारी ,माहीम खातून, शाहीन परवीन संयोजक पश्चिम चंपारण कला मंच ने सुरक्षा एवं स्वस्थ वातावरण, पर्यावरण संरक्षण ,जलवायु परिवर्तन की रोकथाम, घरेलू हिंसा की रोकथाम, बाल विवाह उन्मूलन, एवं विभिन्न मानव अधिकारों की रक्षा के लिए संकल्प लेते हुए कहा कि 

 हर साल 10 दिसंबर को दुनिया मानवाधिकार दिवस मनाती है, जिस दिन 1948 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (यूडीएचआर) को अपनाया था। इस अवसर पर ब्रांड एंबेसडर नगर निगम बेतिया डॉ एजाज अहमद ने कहा कि स्वच्छ एवं स्वास्थ्य वातावरण नागरिकों का मूल अधिकार है ।हाल के वर्षों में हमने पाया है कि हमारे शहर का वातावरण हमारी लापरवाही की वजह से काफी दूषित हो चुका है। इसे स्वच्छ एवं स्वस्थ बनाना हम सबकी पहली प्राथमिकता है। नगर निगम बेतिया ,नगर आयुक्त श्री शंभू प्रसाद के नेतृत्व में इसके लिए जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है, ताके बेतिया को स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण के साथ सुंदर बनाया जा सके। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 

 इस वर्ष के मानवाधिकार दिवस का नारा "गरिमा, स्वतंत्रता और सभी के लिए न्याय" है और कार्रवाई का आह्वान है।

अपनी प्रस्तावना में, यूडीएचआर ने "अंतर्निहित गरिमा की मान्यता और मानव परिवार के सभी सदस्यों के समान और अविच्छेद्य अधिकारों की मान्यता पर प्रकाश डाला है, जो दुनिया में स्वतंत्रता, न्याय और शांति की नींव है।"

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