नई दिल्ली 17 दिसंबर। पोप फ्रांसिस की 86 वीं जन्मदिवस पर सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा पोप फ्रांसिस को लंबी आयु एवं उत्तम स्वास्थ्य के लिए शुभकामना संदेश भेजा गया। साथ ही यूक्रेन रूस युद्ध की समाप्ति, इजराइल फिलिस्तीन संघर्ष की समाप्ति ,पश्चिम एशिया समेत पूरे विश्व में स्थाई शांति के लिए विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में किया गया ।इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेसडर डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली ,डॉ अमित कुमार लोहिया ने संयुक्त रूप से भेजे अपने संदेश में कहा कि मानवता के लिए पोप फ्रांसिस द्वारा अपने 86 वी जन्मदिवस पर मदर टेरेसा सम्मान से मानवता के लिए कार्य करने वाले विभूतियों को पॉप द्वारा सम्मानित किए जाने पर हमने शुभकामना संदेश भेजते हैं, और आशा करते हैं कि आने वाले दिनों में पोप एवं विश्व भर में विश्व शांति एवं मानवता की रक्षा के लिए कार्य करने वाले विभूति विश्व शांति एवं सामाजिक सद्भावना के लिए सदैव प्रयास करते रहेंगे ।हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर विश्व के अशांत क्षेत्रों ,विशेष रुप से यूक्रेन रूस युद्ध की समाप्ति ,फिलिस्तीन इजराइल संघर्ष की समाप्ति, पश्चिम एशिया समेत पूरे विश्व में स्थाई शांति स्थापित हो। आमीन,
पोप फ्रांसिस ने आज चैरिटी के काम में शामिल तीन लोगों को पुरस्कृत करते हुए अपने 86वें जन्मदिन को मनाया, जिसमें एक बेघर व्यक्ति भी शामिल है, जो अन्य सड़क पर रहने वालों की सहायता में मदद करती हैं।
पोप ने तीनों भूतिया को मदर टेरेसा पुरस्कार उनके दान के विभिन्न रूपों की मान्यता के रूप में दिया है। मानवता की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा ने जिनका निधन 1997 में हुआ था। भारत के सबसे गरीब लोगों के बीच मानवता के लिए काम किया और मिशनरीज ऑफ चैरिटी की स्थापना की थी।
बेघर आदमी एवं अन्य दो सम्मानित फ्रांसिस्कन पुजारी हन्ना जलौफ, एक सीरियाई जो अपने देश में काम करते हैं, और इतालवी उद्योगपति सिल्वानो पेड्रोलो को स्कूलों के निर्माण और विकासशील देशों में गरीबों के लिए स्वच्छ पेयजल लाने के लिए सम्मानित किया गया है।
पोप फ्रांसिस ने उन्हें पुरस्कार दिया, वेटिकन में एक समारोह में मदर टेरेसा की छवि के साथ क्यूब के आकार के फ्रेम में दुनिया का एक छोटा सा ग्लोब सम्मान स्वरूप दिया गया।समारोह में, पोप ने बेघर आदमी के हाथ को चूमा और मदर टेरेसा द्वारा स्थापित धर्मबहनों में से एक ने पोप के गले में फूलों की माला डाल दी।
एक अलग दर्शक वर्ग में, रोम के सेमिनारियों ने उन्हें केक भेंट किया।
पोप फ्रांसिस का जन्म 1936 में ब्यूनस आयर्स में जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो के रूप में हुआ था। अगले मार्च में, वह 1.3 अरब सदस्यीय रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख के रूप में अपने चुनाव की 10वीं वर्षगांठ मनाएंगे। इस मंच के माध्यम से हम उन्हें बधाई देते हैं।
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