बगहा (बिहार), 24 दिसंबर। पश्चिमी चम्पारण जिला के बगहा ब्लॉक एक स्थित बड़गाँव के हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर में कर्नाटक हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट के सहयोग से आशा कार्यकताओं को एक दिवसीय टीबी जागरूकता प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में केएचपीटी की जिला लीड मेनका सिंह ने बताया कि अगर किसी भी व्यक्ति को दो सप्ताह से ज्यादा खांसी, बुखार, वजन में कमी, बलगम में खून आना, भूख नहीं लगने की शिकायत हो तो उन्हें तुरंत नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर लाकर जांच कराना चाहिए, यह सब टीबी के लक्षण हैं।वही चिकित्सा पदाधिकारी डॉ के के शुक्ला ने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है। यह जानलेवा भी है, लेकिन सही समय पर जांच एवं नियमित दवा के सेवन से मरीज टीबी बीमारी से पूरी तरह ठीक होकर सामान्य जीवन यापन कर सकते है।कार्यक्रम में सीएचओं अंजली कुमारी ने बताया कि सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी की जांच और इलाज निःशुल्क की जाती है।वही टीबी विभाग के एसटीएस पप्पू कुमार यादव ने बताया कि टीबी मरीज को निक्षय पोषण सहायता योजना के तहत पांच सौ रुपये की राशि मरीज को दवा सेवन के दौरान दी जाती है।
सामुदायिक समन्यवक विकास कुमार ठाकुर ने कहा कि सामुदायिक जागरूकता से ही टीबी बीमारी को समाज से समाप्त किया जा सकता है।मौके पर जीएनएम कृपाशंकर शर्मा,आशा कार्यकर्ता रानी कुमारी, सीमा देवी,रागनी देवी आदि शामिल थी ।
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