Mother Tahira Charitable Trust :- बेतिया संग्रहालय को विकसित करने की मांग सरकार से की "मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट "

 


बेतिया,18 मई।  मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष  सह वरिष्एठ पत्रकार डॉ अमानुल हक़, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट की निदेशक एस सबा ने संयुक्त रुप से  कहा कि प्रत्येक वर्ष 18 मई को अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।

 यह संग्रहालयों के महत्व पर जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित दिन है।

संग्रहालयों को मानवता की विरासत के रूप में माना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस इस विचार से अपना महत्व रखता है कि यह दुनिया भर के व्यक्तियों के बीच “सांस्कृतिक आदान-प्रदान, संस्कृतियों का संवर्धन और आपसी समझ, सहयोग और शांति के विकास” को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साधन हैं। इस अवसर पर डॉ अमानुल हक़  ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वतंत्रता सेनानी से जुड़े ऐतिहासिक धरोहरों एवं बेतिया संग्रहालय को विकसित कर जीवंत करने की मांग मदर ताहिरा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा सरकार से की गई । 39 वर्षों से सरकारी उदासीनता कारण नाम मात्र के सरकारी फाइलों में कैद है बेतिया संग्रहालय! इस अवसर पर चंपारण के 5000 वर्षों के ऐतिहासिक धरोहरो को कनेक्शन प्रदान करने की मांग करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सोमेश्वर पहाड़ी पर स्थित ऐतिहासिक किलो ऐतिहासिक शोफा मंदिर सहोदरा स्थान रमपुरवा स्थित अशोक स्तंभ भितिहरवा गांधी संग्रहालय आश्रम ऐतिहासिक हजारीमल धर्मशाला ऐतिहासिक मीना बाजार ऐतिहासिक राज इंटर कॉलेज ऐतिहासिक काली बाग मंदिर, जंगी मस्जिद एवं बेतिया राज के ऐतिहासिक धरोहरों को कंप्यूटराइज कर संरक्षण प्रदान करने की मांग की गए।



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