सड़क पर उतरे छात्र - नौजवान - महिला संगठन, कुश्ती संघ अध्यक्ष की गिरफ्तारी की उठाई मांग।





बेतिया 08 मई । भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह द्वारा महिला कुश्ती खिलाड़ियों का यौन शोषण करने के ख़िलाफ़ पिछले 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में सोमवार को बेतिया में आइसा- इनौस और ऐपवा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च किया।

जुलूस में शामिल लोगों ने ‘कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार करो’, ‘यौन शोषण के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना दे रही कुश्ती खिलाड़ियों को न्याय दो’, ‘बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का झूठा नारा देने वाले नरेन्द्र मोदी शर्म करो’, ‘यौन उत्पीड़न के आरोपी कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो’, ‘यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह को संरक्षण देना बंद करो’ आदि नारे लगा रहे थे।


इनौस जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा कि दरअसल यह सरकार बलात्कार को संस्कृति बनाना चाहती है। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुए बलात्कार की विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जंतर-मंतर में धरना पर बैठीं महिला खिलाड़ी सरकार द्वारा बलात्कार को संस्कृति बनाने की इसी कोशिश को नाकाम करना चाहतीं हैं।

इनौस जिला नेता संजय मुखिया ने मोदी के शासनकाल को ‘काला समय’ बताते हुए कहा कि आखिर क्या वजह पूरी सरकारी मशीनरी एक बलात्कारी सांसद को बचाने पर लगी हुई है। उन्होंने चिंता जताई कि यह हमलोग कैसा समाज बना रहे हैं जहां हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।

ऐपवा नेत्री रुना देवी ने महिला पहलवानों की बहादुरी की तारीफ करते हुए इस तरह की सभाओं के बार-बार किए जाने की अपील की।

आइसा नेत्री शोभा कुमारी ने महिला खिलाड़ियों के साहस को सलाम करते हुए कहा कि बलात्कारी भाजपा सांसद बृज भूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बावजूद वह जिस आत्मविश्वास के साथ घूमता फिर रहा है और मीडिया से बातचीत कर रहा है वह सभ्य समाज के लिए कलंक है। इनके आलावा युवा मुखिया नवीन कुमार, इनौस जिला नेता सुरेन्द्र चौधरी, आइसा नेता अभिमन्यु राव सोनू चौवे, अंसार खान, सानू अहमद, अमृता कुमारी, पुनम कुमारी, द्रोपदी कुमारी, ऐपवा नेत्री करपाती देवी, रीता देवी, गोगदी देवी, कान्ति देवी, कुशुम देवी, उमरावती, आशा देवी रमावती,चन्द्रावती देवी, बच्चीया देवी, शान्ति देवी, ललिता देवी, सुनन्यना, रमावती देवी, श्री पाती देवी चखना देवी, रीमा देवी, लैशा देवी किसमत गया देवी, मनदोदर देवी, शोभा मुनिया देवी लालमती देवी, लालती  बुधिया, मानती ललीता आदि नेता व नेत्रियों ने विरोध मार्च व सभा को संबोधित किया! 


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