गंडक मे बढ़ते जलस्तर पर नावों के परिचालन पर जिला प्रशासन द्वारा रोक लगाने का निर्देश।





बेतिया, 26 अगस्त। पश्चिमी चंपारण जिला के डीएम दिनेश कुमार राय द्वारा आज गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया गया। इस दौरान बगहा के पारसनगर एवं शास्त्रीनगर तटबंधों पर जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों एवं कार्यपालक अभियंता को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नेपाल में अत्यधिक बारिश होने के कारण गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। गंडक बराज से आज प्रातः लगभग दो लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया है, जो निरंतर कम होते जा रहे है। नेपाल सहित जिले में भारी वर्षापात के मद्देनजर जलस्तर में वृद्धि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। सभी संबंधित अधिकारी एवं अभियंता अलर्ट रहेंगे। संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने हेतु सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त रखी जाय। विभागीय दिशा-निर्देशों सहित एसओपी का अक्षरशः अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाय। आपदा की स्थिति में जानमाल की क्षति नहीं हो अथवा कम हो, इस हेतु सभी को तत्परतापूर्वक कार्य करना है। सभी अधिकारी एवं अभियंता सजग एवं सतर्क रहकर अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करेंगे। इसमें तनिक भी लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी, सख्त कार्रवाई होगी।

डीएम ने निर्देश दिया कि कार्यपालक अभियंता लगातार तटबंधों की पेट्रोलिंग करायेंगे। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षात्मक सामग्री का स्टॉक रखेंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित गति से सुरक्षात्मक कार्य कराया जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि जलस्तर में बढोतरी एवं कर्मी हो सकती है, इस पर नजर बनाकर रखें तथा ऐहतियातन सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखें।

उन्होंने निर्देश दिया कि जलस्तर बढ़ने तथा बाढ़ आपदा की स्थिति में नीचले क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को माईकिंग सहित अन्य माध्यमों से अलर्ट कराया जाय। उन्हे सुरक्षित स्थलों पर जाने को कहा जाय। प्रभावितों को सुरक्षित रखने हेतु बाढ़ आश्रय स्थल सहित अन्य चयनित ऊचें स्थलों पर सभी प्रकार की व्यवस्थाएं कर ली जाय।

 निर्देश दिया कि बढ़ते जलस्तर के कारण नावों के परिचालन पर रोक लगा दी जाय। इस हेतु अविलंब घाटों पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाय, जो नावों के परिचालन पर रोक लगाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि बढ़ते जलस्तर के दौरान चेतावनी के बावजूद नावों के परिचालन करने वाले नाविकों के विरूद्ध कार्रवाई की जाय। बढ़ते जलस्तर के दौरान घाटों से नावों का परिचालन नहीं होने दें। इससे जान-माल की क्षति की संभावना बढ़ जाती है।

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