बेतिया, 21 अक्टूबर। बेतिया के सागर पोखरा के समीप निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर के कार्यक्रम का उद्घाटन बेतिया सांसद डॉ० संजय जायसवाल एवं चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन चंपा बिन्द ट्रस्ट एवं इलेक्ट्रो होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज बेतिया द्वारा किया गया। इस स्वास्थ्य जांच शिविर में मरीजों के लिए कोई तरह की सुविधाएं मौजूद थी, जैसे कि वजन करना, ब्लड प्रेशर मापन, हाइट मापन, शुगर की जांच, ऑक्सीजन लेवल की जांच, पानी के शुद्धता की जांच, इत्यादि। इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद, एम पी डॉक्टर संजय जायसवाल ने पत्रकारों से बातचीत की और कहा कि राजू हमारा सबसे पुराना और प्रिय मित्र है। इसने इस चिकित्सा पद्धति से बहुत लोगों की सेवा की है।
पूरे जिला के लोग इस चीज को जानते हैं। जब डॉक्टर संजय जयसवाल से पत्रकारों ने पूछा कि इलेक्ट्रॉन होम्योपैथिक की मान्यता के लिए केंद्र सरकार से कब बात करेंगे ? इसपर डॉक्टर जायसवाल ने कहा कि हमने डॉ. राजीव जी को कह दिया है कि पूरा प्रोफार्मा तैयार करके हमको दिजिए ताकि हम पार्लियामेंट में इसके लिए आवाज उठाएंगे। आगे उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की मंत्रालय ने आयुष की तरफ से कई अन्य चिकित्सा पद्धतियों को मान्यता दी भी है। इसके लिए हम भी संसद में आवाज उठाएंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉक्टर राजीव नयन ने भी पत्रकारों से बातचीत की, तथा इस तथ्य को मीडिया के माध्यम से समझाया कि यह एक सस्ता और हानि रहित चिकित्सा पद्धति है। उन्होंने बताया कि जिस तरह से लोग हरी साग, सब्जी, फल, फूल खाते हैं। उसी के अर्क से इलेक्ट्रो होम्योपैथी दवाएं बनती है, जो काफी फायदामंद है, और किसी तरह का कोई इसका साइड इफेक्ट नहीं होता है।
शिविर में जांच के लिए मरीजों की लाइन लगी हुई थी। इस शिविर में इलाज करने के लिए दर्जनों डॉक्टर जैसे ; कॉलेज के प्राचार्य डॉ० राजीव नयन, डॉक्टर निशा कुमारी, डॉ. मुकेश कुमार, डॉक्टर राजनयन, डॉ. अर्चना कुमारी, डॉक्टर अंकिता कुमारी, डॉक्टर सबजून नेशा, डॉक्टर सत्यनारायण प्रसाद, डॉक्टर फूलमान अंसारी, डॉक्टर अखिलेश कुमार, डॉ विजेंद्र कुमार, डॉक्टर नीरज कुमार शर्मा, डॉ. राजकुमार राम, डॉ. सतीश कुमार, डॉ. राकेश कुमार, डॉक्टर शमशाद अंसारी के साथ इस कॉलेज के दर्जनों अध्यनरत मेडिकल के छात्र उपस्थित रहे। इस शिविर में सैकड़ों मरीजों का निशुल्क जांच किया गया, तथा के ई बीमारी को रोकने के लिए प्रतिरोधक दवाएं भी दी गई।
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