बेतिया, 06 जनवरी। चीनी मिल के गन्ना किसानों की बैठक निसार अहमद की अध्यक्षता में नानू सती चौक पर हुई बैठक को संबोधित करते हुए बिहार राज्य की उत्पादक संघ के अध्यक्ष महासचिव प्रभु राजनांदगांव ने बताया की मोदी सरकार ने 2022-23 में₹20 एफआरपी उचित लाभकारी मूल्य दिया लेकिन किसानों को नहीं मिला मोदी सरकार ने 202324 के लिए भी ₹10 पट्टी क्यों डाल का एफआरपी की घोषणा की लेकिन किसानों को नहीं मिला पिछले दिनों दीपक साहनी नामक एक किसान अपना गाना अफजल अहमद के ट्रेलर पर लेकर मझौलिया चीनी मिल गया उसके पहले उसने एक धर्म कांटा पर गन्ना का टोल कर दी थी जो 155 क्विंटल हुआ था जब चीनी मिल में गाना का टोल हुआ तो वह 150 क्विंटल ही हुआ इस पर मझौलिया थाना को फोन करके किसानों ने बुलाया और मिल मालिक के द्वारा की जा रही किसानों के गणना की खतौली पर सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया पुलिस के मौजूदगी में एक। धर्म कांटा पर ट्रेलर को जब ले गया ले जाया गया तो फिर 150 क्विंटल ही गाना 155 क्विंटल गाना का कॉल आया इस तरीके से यह स्पष्ट हो गया इसके खिलाफ में किस बलबंद हुए और घंटे चीनी मिल बंद रहा किसान दीपक साहनी ने मझौलिया थाना में मिल के प्रबंधन के खिलाफ फिर किया तो जवाबी कार्रवाई में बल के गन्ना प्रबंधक त्रिपाठी ने दीपक सहनी पर मिल को बन्द कराने का आरोप लगाकर एफ आई आर किया। लेकिन अभी तक मिल प्रबंधन पर कोई कारवाई नहीं हुई। उल्टे पुलिस दीपक सहनी को आरोपित कर गिरफ्तार करने को ढूंढ रही है।
सभा को एटक के जिला नेता ओमप्रकाश क्रांति,किसान सभा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य चांदसी प्रसाद यादव, किसान महासभा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार राव, किसान सभा के जिला अध्यक्ष अशोक मिश्र, विंदेश्वरी प्रसाद, लालबाबू यादव , सुबोध चौधरी,कृष्ण सिंह,मदन साह आदि ने संबोधित किया।
इस घटना के विरोध 9 जनवरी को 11 बजे से पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय पर विशाल धरना संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किया जाएगा।
0 टिप्पणियाँ