ईवीएम से लोकसभा एवं विधानसभा का चुनाव नहीं कराने की उठ रही है मांग,  ईवीएम को बैन करना जरूरी - सुरैया सहाब


बेतिया, 03 फरवरी।  देश में ईवीएम से चुनाव नहीं कराने की मांगअब उठने लगी है,बहुत सारे सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने आगामी महीना में लोकसभा 2024 का चुनाव होने वाला है,इसके बाद कई राज्यों में भी विधानसभा का चुनाव भी होने वाला है,इसी को देखते हुए पूरे देश के लोगों में बहुत सारी जागरूकताआई है,उनकी जबरदस्त मांग है कि ईवीएम से चुनाव नहीं कराई जाए, क्योंकि इसमें कई प्रकार की त्रुटियां पाई जाती हैं,साथ ही

इसमें कई तरह की दांव पेंच लगा दिया जाता है,जिससे किसी एक ही पार्टी की पक्ष में मतदान हो जाता है,जिससे वह बहुमत से जीत जाती है। करोड़ों मतदाताओं का कहना है कि हम जिसको मत करते हैं वह नहीं जीतता है,साथ ही जिसको मत नहीं मिलता है वही जीत जाता है।वैलेट पेपर से मतदान कराना ज्यादा अच्छा रहेगा,क्योंकि इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी होने कीआशंका नहीं होती है,साथ में इससे मतदान कराना भी बहुत आसान रहता है।मतदान कराने वाले कर्मियों पर भी कम बोझ पड़ता है,मतदान कर्मियों की मानसिक संतुलन भी ठीक रहता है,जिससे वह आसानीपूर्वक समय पर ही मतदान संपन्न करा देते हैं।बैलट पेपर से चुनाव कराने हेतु भारी संख्या में मतदाता चुनाव आयोग से मांग कर रहे हैं, साथ ही देश की कई अनेक राजनीतिक पार्टियों भी बैलट पेपर से चुनाव कराने की मांग चुनावआयोग से कर रहे हैं।

हम जनता का कहना है कि  ईवीएम से चुनाव कराने की विश्वसनीयता समाप्त हो चुकी है,आम जनता,मतदाता सभी को इस पर विश्वास नहीं रह गया है। वर्ष 2004 के पहले वैलेट पेपर से ही मतदान हुआ करता था,जिसकी पूरी विश्वसनियता सभी लोगों के दिल में रहती थी,मगर इन 10 वर्षों में सारा विश्वस समाप्त हो चुका है।आगामी लोकसभा चुनाव एवं विधानसभा चुनाव में वैलेट पेपर से चुनाव कराना ज्यादा मुनासिब रहेगा, जिससे मतदान करने वालों के दिल के अंदर विश्वास पैदा रहेगा। स्थानीय सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता,सुरैया सहाब ने भी बैलेट पेपर से ही चुनाव कराने की मांग जनहित में की है,उन्होंने आगे कहा है कि इससे मतदान करने वाले मतदाताओं के दिलों में उठने वाला संदेह भी समाप्त हो जाएग।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ