बेतिया में साहू जी महाराज की जयंती समारोह में बोले अरुण गुप्ता धर्म प्रधान भूमि नहीं बल्कि कर्म प्रधान भूमि है।

 


Meri Pehchan / Report By अमानुल हक़ 

बेतिया, 30 जून। यह धरती धर्म भूमि नहीं बल्कि कर्मभूमि है। बिहार में कर्म की प्रधानता है। हमें यह देखना होगा। हमें कई लड़ाई लड़नी है जो कर्मकांड और पाखंड के खिलाफ है। साहू जी महाराज की जयंती हर्षोल्लोष के साथ संपन्न हुआ। बेतिया जिला परिषद के सभागार में रविवार को साहू जी महाराज की जयंती हर्षोल्लाष के साथ मनाया गया। जिसमें अपनी-अपनी बातों को रखा। अर्जक संघ के एवं मुख्य अतिथि अरुण गुप्ता ने कहा कि आज भी समाज अपनी बातों को नहीं समझ पाया । आखिर कब समझेगा। हमारी महापुरुषों को बहुत कम लोग जानते हैं । उन्हें जानने की जरूरत है। श्री गुप्ता ने आगे कहा कि समाज को अंधविश्वास एवं पाखंड से दूर रहने की जरूरत है और अपने समाज को शिक्षा की तरफ मोड़ने की आवश्यकता है। वही रामदास बौद्ध ने कहा कि साहू जी महाराज एक महान क्रांतिकारी समाज सुधारक थे।जिन्होंने अपने समाज में काफी सुधार किया। वही उषा बौद्ध ने कहा कि औरतों को अंधविश्वास से दूर रहकर आगे आने की आवश्यकता है। साहू जी महाराज ने अपने रियासत में काफी योगदान था। प्रोग्राम का संचालन विजय कश्यप मिसाइल मैन ने किया और अपने संबोधन मे बहुत सारी जानकारी भी दी। जबकि अध्यक्षता रामदास बौद्ध ने किया।  ओबीसी दलित एकता मंच के संयोजक एस.के .राव ने कहा कि 26 जून 1874 साहू जी महाराज का जन्म हुआ थ। जिन्होंने देश में सर्वप्रथम 26 जुलाई 1902 ई को अपने रियासत में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था। वह अपने रियासत में भेदभाव देखकर ऐसा कदम उठाया । वे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को भी उच्च शिक्षा के लिए विदेश पढ़ने के लिए भेजा था । मौके पर नंदलाल, रवि भूषण पटेल, मधुसूदन प्रसाद गुप्ता, रविंद्र कुमार सिंह बौद्ध, आशा बौद्ध सहित कई अन्य उपस्थित रहे तथा अपनी बातों को रखा।

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