पश्चिम चम्पारण जिला मे 72 वां गणतंत्र दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।



बेतिया,26 जनवरी।   72 वां गणतंत्र दिवस समारोह संपूर्ण जिला क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बेतिया महाराजा स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण कुंदन कुमार द्वारा 9.00 बजे पूर्वाह्न राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया। इस अवसर पर जिलास्तरीय पदाधिकारी, कर्मी, गणमान्य व्यक्ति, पत्रकारगण, आम नागरिक, छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे। इसके पूर्व जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक, द्वारा गणतंत्र दिवस परेड का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया।

मुख्य समारोह स्थल के बाद समाहरणालय प्रांगण में जिलाधिकारी,  कुंदन कुमार द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। विकास भवन में उप विकास आयुक्त रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी द्वारा झंडोत्तोलन किया गया। इसके साथ ही सभी कार्यालय प्रधान द्वारा अपने कार्यालय तथा आवंटित महादलित बस्तियों में झंडोत्तोलन कार्यक्रम में भाग लिया गया।

गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर 24 जनवरी को जन्म लेने वाली 03 बेटियों के अभिभावकों को लाडली किट्स प्रदान किया गया। जिनमें सजरून नेशा, पति-अब्दुलैस अंसारी, ग्राम-रामनगर, रीता देवी, पति-गूंजन राउत, ग्राम-मझौलिया शेख तथा कविता देवी, पति-लक्ष्मण राम, ग्राम-भोगाड़ी, मझौलिया के नाम शामिल हैं। लाडली किट्स में बिटिया का जन्म प्रमाण पत्र, बधाई पत्र दिया गया। इसके अलावा मां और बेटी का स्वास्थ्य उतम कैसे रहे, बिटिया का टीकाकरण कब-कब कराना है, कंगारू देखभाल, स्तनपान, मस्तिष्क ज्वर में क्या करें, क्या नहीं करें आदि स्वास्थ्य संबंधी जानकारी, सभी सरकारी अस्पतालों के आपातकालीन नंबर, डाॅक्टर्स के नंबर भी लाडली किट्स बाॅक्स में है। साथ ही सरकार द्वारा बेटियों के कल्याण एवं उत्थान हेतु चलायी जा रही विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं कन्या उत्थान योजना आदि की जानकारी भी लाडली किट्स में उपलब्ध करायी गयी है ताकि समय-समय पर बेटियों को इसका समुचित लाभ मिल सके।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम में पश्चिम चम्पारण जिला के योगदान एवं बलिदान पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के समग्र इतिहास में पश्चिम चम्पारण जिला का अतुलनीय योगदान रहा है। 

इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जिले में क्रियान्वित विभिन्न विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने कहा कि पश्चिम चम्पारण जिले में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण करा लिया गया है। साथ ही बी.पी.एल. घरों में मुफ्त बिजली का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। वहीं घने वनक्षेत्र एवं गंडक नदी से घिरे गांवों में जहां यातायात की समुचित सुविधा नहीं हैं, वहां सौर ऊर्जा प्रणाली द्वारा घरों में विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराया गया है। साथ ही लक्ष्य के अनुरूप बिजली के पुराने तारों को बदलने की कार्रवाई पूर्ण की जा रही है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली के तहत जिला में अबतक कुल 5.804 लाख पौधे लगाये गए हैं। सार्वजनिक जल संचयन योजनाओं के तहत 178 तालाब/पोखर का निर्माण कार्य प्रारंभ करते हुए 160 योजनाओं को पूर्ण कराया गया है। साथ ही 29 आहरों एवं 897 पईनों का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। जिलान्तर्गत सार्वजनिक चापाकल के किनारे 1041 सोख्ता निर्माण कार्य एवं सार्वजनिक कुओं के किनारे कुल-364 सोख्ता का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया है। साथ ही जल संग्रह हेतु 38 चेकडैम का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। वहीं नये जल स्रोतों के सृजन हेतु 321 योजनाओं पर कार्य पूर्ण किया गया है। जिलान्तर्गत 350 भवनों की छतों पर वर्षा जल संचयन संरचना निर्माण का कार्य पूर्ण हो गया है।

उन्होंने कहा कि जीविका परियोजना द्वारा गरीबी निवारण एवं महिला सशक्तीकरण की दिशा में ग्रामीण स्तर पर कार्य किया जा रहा है। कोरोना महामारी के दौरान जीविका दीदियों द्वारा लगभग 10 लाख मास्क का उत्पादन करते हुए विभिन्न विभागों को आपूर्ति की गयी है। वहीं जिले में वापस लौटे 20742 परिवारों को समूहसात करते हुए उनमें से कुल-387 परिवारों को स्थायी रोजगार हेतु विभिन्न जीविकोपार्जन गतिविधियों से जोड़ा गया है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। कन्या भू्रण हत्या को रोकने, कन्या के जन्म को प्रोत्साहित करने हेतु 02 वर्ष तक के बच्चियों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। जिले में अबतक 24052  बच्चियों को लाभ दिया जा चुका है। साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत कुल-70366 गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत 336339 लाभुकों को दिसंबर माह तक का भुगतान किया जा चुका है। साथ ही राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, मुख्यमंत्री परिवार लाभ योजना, कबीर अंत्येष्टि अनुदान योजना, बिहार शताब्दी कुष्ठ कल्याण योजना, मुख्यमंत्री दिव्यांग सशक्तीकरण योजना (संबल), अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना, मुख्यमंत्री निःशक्तजन विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना का क्रियान्वयन पूर्ण पारदर्शी तरीके से कराया जा रहा है। वहीं बुनियाद केन्द्र, वृद्धाश्रम सहारा सहित वरिष्ठ नागरिक/माता-पिता का भरण पोषण हेतु प्राधिकार का संचालन भी किया जा रहा है। साथ ही नशामुक्त भारत अभियान के तहत 50 स्वयंसेवकों के माध्यम से आमजन के बीच नशापान नहीं करने हेतु जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि बिहार में युवाओं के लिए बिहार स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना अंतर्गत उच्च शिक्षा प्राप्त करने हेतु बैंकों के द्वारा 595 एवं बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के द्वारा 2110 आवेदकों को 41.99 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है। मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भŸाा योजना के तहत अबतक कुल 14271 व्यक्तियों को लाभान्वित किया गया है। जिसकी कुल राशि 17.43 करोड़ रूपये है। कुशल युवा कार्यक्रम योजना के माध्यम से अबतक कुल 30722 आवेदकों को व्यवसायिक प्रशिक्षण भी दिलाया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण लंबे समय तक विद्यालयों में पठन-पाठन स्थगित रहा। उच्च कक्षाओं के बच्चों का पठन-पाठन प्रभावित नहीं हो इसके लिए डिजिटल टिचिंग लर्निंग को बढ़ावा देने के उदेश्य से "उन्नयन बिहार योजना" अंतर्गत जिले में फेसबुक लाइव क्लास की शुरूआत की गयी, जिससे जिले के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ पूरे राज्य के छात्र-छात्राएं लाभान्वित हो रहे हैं। लगभग 02 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे देखा है और हजारों लोगों द्वारा लाइक एवं शेयर भी किया गया है। वर्ष 2020-21 में जिलान्तर्गत कुल-109 पंचायतों में अवस्थित चिन्हित मध्य विद्यालयों को माध्यमिक कक्षाओं के संचालन हेतु उत्क्रमित किया गया है। शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री बालिक/बालिका साईकिल योजना, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, मुख्यमंत्री बालक/बालिका प्रोत्साहन योजना का क्रियान्वयन समुचित तरीके से किया जा रहा है। लाॅकडाउन के दौरान जिले में लौटे कामगारों के माध्यम से विभिन्न विद्यालयों में रंग-रोगन, चित्रांकन का कार्य कराया गया है। अब आपको इस जिले में भी विद्यालयों का बदला स्वरूप दिखेगा। छात्र-छात्राओं के पढ़ने हेतु एक बेहतरीन माहौल मिलेगा।

जिलाधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार बेरोजगारी दूर करने तथा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न योजनाओं के माध्यम से कार्य कर रही है। राज्य सरकार द्वारा पिछड़े एवं कमजोर वर्ग के बेरोजगार लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु मुख्यमंत्री परिवहन योजना की शुरूआत की गयी है। इस योजना के तहत प्रत्येक पंचायत से पिछड़े वर्ग के 3 एवं अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के 4 कुल-7 व्यक्तियों को लाभान्वित करने की योजना है। वाहन खरीद पर 50 प्रतिशत या अधिकतम 1 लाख रू0 का अनुदान सरकार द्वारा दिया जा रहा है। पश्चिम चम्पारण जिला में 2205 लक्ष्य के विरूद्ध कुल 1175 लाभार्थियों को अपने पसंद का वाहन क्रय करने हेतु 1-1 लाख रूपये का भुगतान कर दिया गया है।

उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिनियम-2015 के लागू होने के बाद से जिला के कुल 04 लोक शिकायत निवारण कार्यालयों में कुल 21521 परिवाद पत्र प्राप्त हुए हैं, जिसके विरूद्ध 19317 परिवादों का विधिवत निवारण किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि शिकायतों का ससमय निवारण करने हेतु जिला प्रशासन द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं। बिजली, सड़क और पानी, ये समाज की मूलभूत आवश्यकताएं हैं। सबसे अधिक समस्या इन्हीं क्षेत्रों से आती है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा जिलास्तर पर "निदान काॅल सेन्टर" की स्थापना की गयी है। यहां शिकायत करने के लिए डेडिकेटेड टेलीफोन नंबर 06254-242199 है। साथ ही मोबाईल संख्या-6204083522 पर भी शिकायत दर्ज करायी जा सकती है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में जिला प्रशासन के द्वारा विभिन्न प्रकार के विकासात्मक कार्य करने की कार्ययोजना तैयार की गयी है। "एग्री-अस्मिता" नाम से योजना का क्रियान्वयन कराया जायेगा एवं कृषि क्षेत्र में नये युवा उद्यमी तैयार किये जायेंगे। कृषि डेयरी, मत्स्य विभाग, जीविका, उद्यान एवं कृषि विभाग को एक प्लेटफाॅर्म पर लाने की कार्ययोजना है, ताकि जिले के विकासा के लिए समन्वित प्रयास किया जा सके।

जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में संपूर्ण देश कोरोना महामारी (कोविड-19) से जूझ रहा है। जिला प्रशासन, कोविड-19 की रोकथाम के लिए कृतसंकल्पित है तथा इसकी रोकथाम हेतु कारगर कदम उठाये गये हैं। जिले में लोगों का कोरोना टेस्ट कराया गया। जांच के क्रम में यह ज्ञात हुआ है कि इस जिले में रिकभरी रेट 98.45 प्रतिशत है, जो अच्छी बात है। 

16 जनवरी 2021 से जिले के 09 स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड-19 टीकाकरण का कार्य प्रारंभ हो गया है। 23 जनवरी 2021 से प्रत्येक प्रखंड के स्वास्थ्य संस्थानों में भी कोविड-19 टीकाकरण कार्य शुरू कर दिया गया है। कोविड-19 टीका पूरी तरह सुरक्षित है। यह सरकार द्वारा सत्यापित और अनुमोदित है। इसलिए किसी भी भ्रांति या अफवाह में नहीं आएं। कोरोना की रोकथाम हेतु टीका उपलब्ध होने के बावजूद अभी भी कोविड-19 प्रोटोकाॅल का अनुपालन आवश्यक है। इसके तहत सभी व्यक्ति मास्क अथवा फेस केवर अवश्य पहनें। साथ ही आपस में दो गज की दूरी भी बनाये रखें।

उन्होंने कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी में भी जिले ने विकास के प्रयास नहीं छोड़े। लाॅकडाउन के दौरान जिले में लगभग 01 लाख से ज्यादा कामगार/श्रमिक जिले में वापस लौटे। इन सभी के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्याएं थी। जिला प्रशासन द्वारा समन्वित प्रयास कर आपदा को अवसर में बदलने का संकल्प लिया गया। इसी कड़ी में राज्य सरकार द्वारा वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के लिए बिहार औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना का क्रियान्वयन भी इस जिले में बेहतर तरीके से कराया जा रहा है। इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है।

लाॅकडाउन के दौरान राज्य सरकार के निदेश के आलोक में वापस लौटे कामगारों/श्रमिकों को प्रखंड, पंचायत स्तर पर संचालित क्वारेंटिन कैम्प में 14 दिन तक रखा गया। इसी दौरान इनकी स्किल मैपिंग करायी गयी। जिला प्रशासन द्वारा उद्यमी मित्र मंडल का निर्माण भी कराया गया। इसमें टेक्सटाइल एण्ड एपरल मैनुफैक्चिरिंग, पेवर ब्लाॅक मैनुफैक्चिरिंग, फुटवेयर मैनुफैक्चिरिंग, बम्बू एण्ड क्राफ्ट मैनुफैक्चिरिंग, सैनेटरी पैड मैनुफैक्चिरिंग आदि से जुडे़ सैकड़ों व्यक्तियों की पहचान की गयी है। इतना ही नहीं बाहर के बडे़ उद्यमियों के साथ भी लगातार भी.सी. से बैठक कर रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।

इसी क्रम में इसी जिले में अपना उद्यम अधिष्ठापित करने के इच्छुक कामगारों को जिला प्रशासन द्वारा हर संभव मदद किया गया। फलस्वरूप चनपटिया में "नवप्रवर्तन स्टार्टअप जोन" का अधिष्ठापन हो चुका है। चनपटिया में स्टार्टअप जोन को बेहतरीन बनाया जा रहा है। वर्तमान में चनपटिया स्टार्टअप जोन के तहत एपरील एंड गारमेंट्स के 11 इकाई स्थापित हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त 38 अन्य उद्यमियों के लिए भी शेड आवंटित हो चुका है, जिनके द्वारा 49 इकाई स्थापना की कार्रवाई तीव्र गति से की जा रही है। स्टार्टअप जोन में स्थापित इकाई के प्रचार-प्रसार हेतु प्रशासनिक स्तर पर इनकी ब्रांडिंग करायी गयी है। इसके साथ ही उद्यमियों द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से बाहर के राज्यों सहित विदेशों में भी विभिन्न प्रोडक्ट्स का निर्यात किया जा रहा है। 

जिला प्रशासन के इस प्रयास से युवाओं में आशा का संचार हुआ है तथा वे प्रेरित होकर टीम के साथ लगातार जुड़ते जा रहे हैं। लगातार ज्यादा से ज्यादा युवाओं द्वारा स्टार्टअप जोन में कार्य करने की इच्छा जतायी गयी है। इन सभी युवाओं को स्टार्टअप जोन में सभी प्रकार की समुचित व्यस्थाएं उपलब्ध कराने हेतु हर-संभव मदद की जा रही है। जिला प्रशासन के द्वारा ना केवल उच्चस्तर से समन्वय कर संभावनाओं की तलाश की जा रही है, बल्कि इन्हें सुविधापूर्ण तरीके से ऋण मुहैया कराने हेतु भी बैंक से लगातार सम्पर्क किया जा रहा है।

इसी कड़ी में माननीय मुख्यमंत्री, बिहार द्वारा स्टार्टअप जोन का निरीक्षण भी किया गया तथा जिला प्रशासन द्वारा किये गये कार्यों की सराहना की गयी। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा यह भी निदेश दिया गया कि जिस तरीके का कार्य पश्चिम चम्पारण जिले में हुआ है ऐसा ही कार्य बिहार राज्य के सभी जिलों में हो। इसके फलस्वरूप राज्य के सभी जिलों के अधिकारियों का दल चनपटिया स्टार्टअप जोन बेतिया माॅडल का अध्ययन करने पहुंचे तथा काफी आशान्वित दिखे, यह अत्यंत ही गर्व की बात है।

पश्चिम चम्पारण जिले को प्रोडक्शन सेंटर के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है। सरकार एवं जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि आने वाली पीढ़ियों को रोजगार हेतु बाहर नहीं जाना पड़े, उन्हें विभिन्न प्रकार के रोजगार इसी जिले में मुहैया हो सके तथा वे जीविकोपार्जन अच्छे तरीके से कर सके।

उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहां की गंगा-जमुनी तहजीब विश्व विख्यात है। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता विधि-व्यवस्था का संधारण एवं कानून का राज स्थापित करना है। राज्य के सभी नागरिक बिना भय के अमन-चैन से रहें तथा साम्प्रदायिक सौहार्द, भाई-चारा बनाये रखें, समाज के सभी वर्गों को न्याय एवं उनका हक मिले, इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है। जिला प्रशासन द्वारा आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने हेतु हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। जिसके फलस्वरूप कानून एवं विधि-व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

उन्होंने कहा कि आज इस महान अवसर पर हम समाज के सभी धर्मों, सम्प्रदायों, वर्गों, जातियों के लोगों का आह्वान करते हैं कि देश और राज्य को आगे बढ़ाने में मिल जुलकर काम करें एवं जागरूक रहकर एक स्वस्थ एवं समृद्ध देश का निर्माण करें। आप सभी जिलेवासियों के स्वस्थ एवं उज्जवल भविष्य की खूब-खूब मंगलकामनाएं।

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