बेतिया, 03 फरवरी। पश्चिम चंपारण जिला के सिकटा प्रखण्ड के सिकरहना नदी पर 2015 निर्मित महेसडा घाट पुल, 2012 में निर्मित त्रिभुवान घाट पुल और 2008 में निर्मित मैनाटाड-मजर्दवा पथ पर हरपतबेनी नदी पर बने हाजमा टोला पुल का उदघाटन तो हो गया, पर आज तक एप्रोच पथ नहीं बना है, करोड़ - करोड़ की लागत से बनीं पुल का कोई प्रयोग नहीं है, बरसात के दिनों में लाखों परिवार मुसिबतों का समान करना पड़ता है, इस तीनों पुलों के एप्रोच पथ के निर्माण और मोगलहिया, बीरईठ, महेसडा, कदमवा,सुन्दरगावा, सोनवर्षा आदि गावों के शिकराहना नदी तट पर ठोकर एवं बांध का निर्माण को लेकर भाकपा माले सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता के नेतृत्व में जिला समाहर्ता के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया, धरना को संबोधित करते हुए माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि करोड़ों की राशि के व्यय के उपरांत भी लोगों के आवागमन की सुविधा नहीं मिल सका है, यह नीतीश सरकार की निकम्मेपन है, सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर कर रहा है, इतनें समय बित जाने के बाद भी एप्रोच पथ में पड़ रही जमीन मालिक को मुआवजा तक नहीं दे सकीं है,यह नीतीश सरकार की असंवेदनशीलता को उजागर कर रहा है, विधायक ने कहा कि यह रवैया जनता के प्रति अनुचित है,नागरिकों के प्रति अन्याय है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता, आगे कहा कि पुल निर्माण में राज नेताओं और ठेकेदारों की कमाई तो हुईं हैं, मगर जनता को कुछ नहीं मिला है, आगे कहा कि जिला भूअर्जन कार्यालय द्वारा किसानों से रैयती हक साबित करने के लिए दस किस्म के कागजात की मांग किया जा रहा है, इन कागजातों के लिए किसान वर्षों से भू अभिलेख कार्यलय और अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं, दरअसल पुरा खेल लूट का है, जिला समाहर्ता से मांग करते हुए कहा कि भूअर्जन की प्रक्रिया को सरल किया जाय और एक तिथि निर्धारित कर भूअर्जन स्थल पर ही संबंधित सभी पदाधिकारी व कर्मचारियों को बुला कर किसानों के दावेदारी संबंधित कागजात तैयार कर मुआवजा देने की गारंटी किया जाय, वही आगे कहा कि सिकरहना नदी के किनारे बसें दर्जनो गावों की कृषि भूमि हर साल नदी की धार में विलिन होती रही है, कुछ वर्ष पहले सुनरगावा नदी के धारा में विलिन हो गया था, इस लिए जून तक महेसडा, कदमवा,सुन्दरगावा, सोनवर्षा के शिकराहना नदी तट पर ठोकर एवं बांध का हो निर्माण करा लिए जाए ताकि कृषि योग्य भूमि और नदी के किनारे वाले गावों को कटाव से बचाया जा सकें अंत में इनौस जिला संयोजक फरहान रजा ने कहा कि रोजगार के सवालों से बचने के लिए नितीश सरकार प्रदर्शन करने वाले नौजवानों को नोकरी नही देने का फरमान दे रहे हैं, इससे पता चलता है कि नीतीश सरकार कितना डरी हुईं हैं, सुरेन्द्र चौधरी, खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिला सचिव मुखतार मियां, भाकपा माले नेता विरेन्द्र पासवान आदि नेताओ ने कहा कि एक माह के अंदर एप्रोच पथ और सिकरहना नदी पर कटाव रोधी कार्य सुरू नहीं हुआ तो शिवाघाट पर अनिश्चित कालीन धरना सुरू होगा
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