नई दिल्ली। देश के पी एम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर तूफान बनकर आई है,ऐसे वक्त में हमें धैर्य नहीं खोना चाहिए। हमारे देश के पास मजबूत फार्मा सेक्टर है। दवाओं का उत्पादन और बढ़ाया जा रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात 8.45 बजे देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के पास मजबूत फार्मा सेक्टर है। दवाओं का उत्पादन और बढ़ाया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधन के दौरान कहा कि जो पीड़ा आप लोग सहन कर रहे हैं, मुझे उसका पूरा एहसास है।
उन्होंने कहा कि हम हौसले और तैयारियों से इस जंग को जीतेंगे। देश में कोरोना की वजह से जो स्थिति बिगड़ी है, हम उसे सुधारेंगे।
पीएम मोदी ने अपने संदेश में कहा कि बीते कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। हम हर राज्य तक ऑक्सीजन पहुंचा रहे हैं। हर संभव मदद दे रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश का फार्मा सेक्टर मजबूत है। हम दवा कंपनियों से हर संभव मदद ले रहे हैं। आज दुनिया की सबसे सस्ती वैक्सीन भारत में उपलब्ध है। भारत की दो कंपनियों ने सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान को शुरू किया।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि देश को अभी लॉकडाउन से बचाना है। मैं सभी राज्यों से अनुरोध करूंगा कि वह लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के तौर पर चुनें। लॉकडाउन से बचने की भरपूर कोशिश करनी है।माइक्रो कन्टेनमेंट जोन पर ही ध्यान केंद्रित करना है। मेरा राज्य प्रशासन से आग्रह है कि वो श्रमिकों का भरोसा जगाए रखें, उनसे आग्रह करें कि वो जहां हैं, वहीं रहें। राज्यों द्वारा दिया गया ये भरोसा उनकी बहुत मदद करेगा कि वो जिस शहर में हैं वहीं पर अगले कुछ दिनों में वैक्सीन भी लगेगी और उनका काम भी बंद नहीं होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा युवा साथियों से अनुरोध है कि वो अपनी सोसायटी में, मोहल्ले में, अपार्टमेंट्स में छोटी-छोटी कमेटियां बनाकर कोविड अनुशासन का पालन करवाने में मदद करे। हम ऐसा करेंगे तो सरकारों को न कंटेनमेंट जोन बनाने की जरूरत पड़ेगी, कर्फ़्यू लगाने की, न लॉकडाउन लगाने की। अपने बाल मित्रों से एक बात विशेष तौर पर कहना चाहता हूं। मेरे बाल मित्र, घर में ऐसा माहौल बनाएं कि बिना काम, बिना कारण घर के लोग, घर से बाहर न निकलें। आपकी जिद बहुत बड़ा परिणाम ला सकती है।
अंत में पीएम मोदी ने कहा कि आज नवरात्रि का आखिरी दिन है। कल रामनवमी है और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का यही संदेश है कि हम मर्यादाओं का पालन करें।
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