कोविड-19 जिला कमांड एण्ड कंट्रोल-सह- टेलीमेडिसिन परामर्श सेन्टर से कोविड मरीजों को हो रहा फायदा।





बेतिया, 20 मई। कोरोना संक्रमण के मामले में विगत दिनों अप्रत्याशित वृद्धि हुई। जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु सतत प्रयास किया जा रहा है। एक समय में जिला का रिकवरी रेट 62% हो गया था जो अब 91% पर आ गया है। जिला प्रशासन द्वारा होम आइसोलेशन में रह रहे प्रत्येक कोविड संक्रमित मरीजों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। इसके लिए जिला स्तर पर "जिला कमांड एंड कंट्रोल-सह- टेलीमेडिसिन परामर्श केंद्र" निर्दिष्ट है। प्रतिदिन होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज़ों का दिन में दो बार दूरभाष के माध्यम से खैरियत पूछा जा रहा है। इससे ना केवल मरीजों को चिकित्सीय सलाह दी जा रही है, बल्कि रिकवरी में भी ये सहायक प्रदान हो रहा है।


 पश्चिम चंपारण जिलाधिकारी द्वारा  जिला कमांड एण्ड कंट्रोल-सह- टेलीमेडिसिन परामर्श सेन्टर का निरीक्षण किया गया किया गया तथा उपस्थित डॉक्टर, अधिकारी, कर्मी से जानकारी प्राप्त की गई। इसी क्रम में उपस्थित डॉक्टर,  अनुपम कुमार द्वारा बताया गया कि प्रतिदिन 400 से 500 काल किए जा रहे हैं। अधिकतर लोगों के द्वारा बुखार, सर्दी, खाँसी तथा कुछ लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने की जानकारी दी जा रही है। इसके उत्तर में कमांड एन्ड कंट्रोल रूम द्वारा द्वारा प्रोनिंग की विधि अपनाने का तरीका विधिवत बताया जाता है। प्राणायाम, अनुलोम-विलोम की जानकारी दी जा रही है, जिससे मरीजों को काफी लाभ मिल रहा है। इससे एसपीओ2 लेवल को 94 से ऊपर पहुँचाने में भी सहायता मिली है। डॉक्टर द्वारा बताया गया कि कई मरीजों ने फोन करके लाभ मिलने की जानकारी भी दी है। वहीं दवाईयों को लेने की विधि की जानकारी भी दी जाती है। 


निरीक्षण के क्रम में कमांड एन्ड कंट्रोल रूम में प्रतिनियुक्त समीउल्लाह के द्वारा बताया गया कि उन्हें बगहा क्षेत्र से एक व्यक्ति ने फ़ोन करके फिटकरी के उपयोग तथा नाक में नींबू के बून्द से लाभ की जानकारी मांगी गई इसके उत्तर में इनके द्वारा इस प्रकार के किसी भी उपचार, जिसकी मान्यता नहीं मिली है को नहीं अपनाने की सलाह दी गयी एवं डॉक्टर साहब से बात कराया गया। इसका सकारात्मक फल मिला और वह व्यक्ति अब बिल्कुल ठीक है। समीक्षा के क्रम में यह भी जानकारी दी गयी कि यहां से प्रत्येक मरीज़ को फोन किया जा रहा है। लोगों के फ़ोन भी काफी संख्या के आ रहे हैं। तरह-तरह की सलाह मांगी जाती है, जिसका निराकरण समय पर किया जा रहा है। इसी तरह बारी-बारी से प्रतिनियुक्त कर्मियों द्वारा अपने-अपने अनुभवों को साझा किया गया। 


जिलाधिकारी द्वारा सभी को धन्यवाद देते हुए कहा गया कि आपके द्वारा सच्चे फ्रंटलाइन वर्कर का काम किया जा रहा है। यही डेडिकेशन लगातार बनाये रखें। सभी अधिकारी, डॉक्टर एवं कर्मी पूरी तत्परतापूर्वक अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निर्वहन करें।


जिलाधिकारी ने कहा कि  जिला कमांड एण्ड कंट्रोल-सह- टेलीमेडिसिन परामर्श सेन्टर के सहयोग के लिए HIT app के माध्यम से 548 एएनएम द्वारा जांच कराया जा रहा है, ताकि अर्ली स्टेज में संक्रमण की पहचान कर माइल्ड को मोडरेट और मोडरेट को सीवियर होने से बचाया जा सके। विगत तीन दिनों में 40 हज़ार से ज्यादा घरों का अनुश्रवण किया गया है, जिसके सार्थक प्रतिफल मिले हैं। साथ ही 40 से ज्यादा मोबाइल टेस्टिंग वैन भी चलाया जा रहा है, जो गांव-गांव, पंचायत-पंचायत जाकर लोगों की टेस्टिंग करेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि इन सब चीज़ों की जानकारी कमांड एंड कंट्रोल केंद्र को रहना आवश्यक है, ताकि और लोगों को इसके माध्यम से जानकारी प्राप्त हो सके।


जिलाधिकारी द्वारा अपर समाहर्ता-सह-वरीय प्रभारी पदाधिकारी,  नंद किशोर साह को प्रतिदिन ब्रीफिंग और डी-ब्रीफिंग करने का निदेश दिया गया। वहीं वरीय उप समाहर्त्ता-सह-कंट्रोल रूम प्रभारी,  मयंक सिंह को नियमित रूप से जिला कमांड एण्ड कंट्रोल-सह- टेलीमेडिसिन परामर्श सेन्टर द्वारा किये जा रहे कार्यों का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण करने हेतु निदेशित किया गया।जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि ब्रीफिंग के दौरान जिले में किये जा रहे काम की जानकारी दी जाएगी वहीं डी-ब्रीफिंग के दौरान कार्यरत कर्मी/डाक्टर से अनुभव प्राप्त किए जाएं।


इस अवसर पर निदेशक, डीआरडीए,  राजेश कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा,  वैद्यनाथ प्रसाद, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला स्वास्थ्य समिति,  सलीम जावेद सहित  राहुल कुमार,  राधेश्याम कुमार,  धनंजय कुमार,  रमेश कुमार  रविन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे।

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