बेतिया, 17 जुलाई।पश्चिम चंपारण जिला के लौरिया, रामनगर प्रखंड अंतर्गत विगत दिनों जहरीली शराब पीने से हुई संदिग्ध मृत्यु को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। दोषियों को चिन्हित करते हुए उनकी गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।
इसी क्रम में जहरीली शराब घटना मामले में थानाध्यक्ष लौरिया को घटना की जानकारी होने के बावजूद भी अवकाश से पिछड़ रहे हैं जिसके कारण पुलिस लाईन हाजिर किया गया है। प्रभारी एस.एच.ओ. लौरिया सहित तीन स्थानीय चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही लौरिया थाना के सभी पदाधिकारी एवं कर्मियों को लाईन हाजिर किया गया है।
पुलिस अधीक्षक, बेतिया द्वारा बताया गया है कि उक्त मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है एवं शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार छापेमारी की जा रही है और हिरासत में लिए गए अन्य लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है। वहीं गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध साक्ष्य संकलन कर न्यायिक हिरासत में भेजने की कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में मुख्य अभियुक्तों को भी चिन्हित कर लिया गया है तथा उसकी गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी की जा रही है।
इस मामले में शिथिलता एवं लापरवाही बरतने, आ-सूचना संग्रहण नहीं करने के कारण अधीक्षक मद्यनिषेध, पश्चिम चम्पारण, बेतिया एवं निरीक्षक मद्यनिषेध, बगहा अनुमंडल से भी कारण-पृच्छा जिलाधिकारी द्वारा किया गया है। साथ ही उन्हें शराब के कारोबारियों के विरूद्ध लगातार सघन छापेमारी, जब्ती और नियम के आलोक में कड़ी कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है।
संदिग्ध मृत्यु के मामले में जांच टीम बनाकर पुनः आज मृतकों के घरों पर जाकर परिजनों से विस्तृत पूछताछ की गयी एवं लिखित बयान प्राप्त किया गया। जांच के क्रम में 12 व्यक्तियों के परिवारजनों ने लिखित बयान देकर जहरीली शराब पीने की पुष्टि की है एवं इससे तबियत बिगड़ जाने से मौत की बात बतायी है। जिसमें लतीफ साह (65 वर्ष), विकाउ मियां (45 वर्ष), सुरेश साह (40 वर्ष), वशिष्ठ सोनी (35 वर्ष), नईम मिस्त्री (60 वर्ष), हीरालाल डोम (45 वर्ष), गुड्डू मियां (35 वर्ष), ताज महम्मद (60 वर्ष), जवाहिर मियां (50 वर्ष), जुलफान मियां (45 वर्ष), इजहारूल अंसारी (65 वर्ष), झुन्ना मियां (30 वर्ष) के नाम शामिल हैं। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर अन्वेषण कराया जा रहा है।
रतुल मियां, बगही एवं भगवान पंडा, देउरवा के परिवारजनों ने मेडिकल रिपोर्ट देकर बीमारी से मौत की बात बतायी है। उसी प्रकार रामवृ़क्ष चौधरी, देउरवा, अमीरउल साह के परिजनों ने बीमारी से मौत की बात बतायी है।
जिलाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन को निदेशित किया गया है कि सरकारी स्वास्थ्य संस्थान/निजी स्वास्थ्य संस्थान में किसी भी मरीज के स्वास्थ्य जाँच के क्रम में यदि शराब के सेवन से संबंधित लक्षण (Symptom) परिलक्षित हो रहे हों, तो तत्काल इसकी सूचना स्थानीय थाना एवं कार्यकारी विभाग को तत्क्षण उपलब्ध कराएंगे।
संबंधित गांव में मेडिकल टीम कार्य कर रही है, ताकि अगर किसी को कोई लक्षण परिलक्षित हो या तबियत खराब हो तो तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। उक्त टीम में विशेषज्ञ डॉर्क्ट्स, नर्सेंज सहित अन्य कर्मी शामिल हैं।
जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण एवं पुलिस अधीक्षक, बेतिया द्वारा ग्रामीणों से अनुरोध किया गया है कि अगर किसी को भी लक्षण दिखता है तो उसको छिपाये नहीं, निर्भीक होकर तत्काल मेडिकल टीम को सूचित करें ताकि त्वरित गति से उनका ट्रिटमेंट कराकर उनको ठीक किया जा सके।
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने इस संदर्भ में कहा है कि उपरोक्त मामले में जो भी दोषी होंगे उनके विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। किसी को बख्शा नहीं जायेगा। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन द्वारा पूरी घटना पर लगातार पैनी नजर रखी जा रही है। हर तरह के साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं ताकि दोषियों को सजा दिलायी जा सके। साथ ही अनुरोध किया गया है कि नशा एक सामाजिक बुराई है, इसके गंभीर परिणाम होते हैं। सभी लोग सामाजिक जागरूकता लायें, खुद एवं परिवार, समाज के लोगों को नशा का पान नहीं करने को जागरूक एवं प्रेरित करें।
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