पिता ने गेम खेलने से माना किया तो फंदे से झूले दो बालक।

 


गोपालगंज, 26 जुलाई। गोपालगंज जिले के मांझा और उचकागांव थाना क्षेत्र में दो बच्चों को जब उनके पिता ने गेम खेलने से रोका तो उन्होंने सुसाइड करने की कोशिश की। पिता की डांट उनको इतनी खराब लगी कि वे फंदे से झूल गए। परिजनों ने जब फंदे से झूलता पाया तो उन्हें फंदे से उतार आनन फानन में सदर अस्पताल ले गए। उनकी हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया है। घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। फिलहाल दोनों की स्थिति ठीक बताई जा रही है।

पहली घटना उचकागांव थाना क्षेत्र के अरना बाजार निवासी बलिस्टर साह ने अपने बेटे झानगुरु (12 वर्ष) को गेम खेलने पर डांट लगाई थी। झानगुरू पढ़ाई-लिखाई छोड़कर गेम खेलने में मशगूल रहता था। रविवार को बलिस्टर शाह ने उसे गेम खेलते देखा तो जमकर फटकार लगाई। डांट के बाद झानगुरू इतना जज्बाती हो गया कि उसने फांसी लगा ली। परिजनों ने जब फंदे से उसे झूलते देखा तो बेहोशी की हालत में सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले गए। डॉक्टरों ने पीड़ित की हालत खराब देखकर बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया।

दूसरी घटना मांझा थाने के नकवा टोला रामनगर निवासी लोटन चौधरी के 14 साल के पुत्र साजन कुमार ने भी पिता की डांट-फटकार के बाद कपड़े का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। लोटन चौधरी ने भी अपने बेटे को गेम खेलने के लिए रोका था। इसी बात को लेकर उसने सुसाइड की कोशिश की। इधर, घर में फांसी पर लटका देख परिजन उसे सदर अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने स्थिति चिंताजनक देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिय दूसरे जगह रेफर कर दिया। 


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