सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सरकार से ऐतिहासिक पिंजरापोल गौशाला को विकसित करने की मांग की।

             


                                       

  पटना,07 अक्तूबर। बिहार के बेतिया मे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा स्थापित ऐतिहासिक पिंजरा पोल गौशाला को विकसित करने की फिर उठी मांग उठी। जाने-माने गांधीवादी चिंतक सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद (अधिवक्ता) एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने  राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा स्थापित ऐतिहासिक पिंजरा पोल गौशाला को और भी विकसित करने की मांग सरकार से करते हुए कहा कि आज से लगभग 105 वर्ष पूर्व 7 अक्टूबर 1917 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने चंपारण सत्याग्रह आगमन पर अपने 48 वे जन्मदिन के उपलक्ष में ऐतिहासिक पिंजरा पोल गौशाला की स्थापना स्वतंत्रता सेनानियों , बेतिया के बुद्धिजीवियों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के सहयोग से स्वयं ही आधारशिला रखी थी। इस अवसर पर सर्वप्रथम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी कस्तूरबा गांधी एवं बेतिया चंपारण के स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ एजाज अहमद डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल, डॉ शाहनवाज अली ,अमित कुमार लोहिया, नवीदूं चतुर्वेदी एवं पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने कहा कि यह हम सब के लिए गर्व का अवसर है कि हमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी द्वारा स्थापित ऐतिहासिक पिंजरापोल गौशाला की स्थापना की 105 वी स्थापना दिवस एवं भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव मनाने का अवसर प्राप्त हो रहा है ,अपने 105 वर्षों के इतिहास में ऐतिहासिक पिंजरापोल गौशाला समिति का योगदान सराहनीय रहा है । चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष 2017 पर सरकार द्वारा एक अनुदान राशि पिंजरापोल गौशाला को उपलब्ध कराई गई थी ।संसाधनों के अभाव में ऐतिहासिक पिंजर पोल गौशाला अपने उद्देश्यों की समुचित पूर्ति नहीं कर पा रहा है । चंपारण की गांधीवादी विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों , स्वयं डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल की इच्छा है कि सरकार इस ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षण प्रदान करते हुए मूलभूत सुविधाओं को विकसित करें , ऐतिहासिक पिंजरापोल गौशाला को विकसित कर विभिन्न उत्पादों  का निर्माण कराया जाए ताकि आने वाली नई पीढ़ी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं अपने पुरखों द्वारा स्थापित ऐतिहासिक पिंजरा पोल गौशाला को देखकर स्मरण कर सके यही होगी सरकार द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि।

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