संवैधानिक दायित्व और समकालीन भारतीय मीडिया।

 



पटना, 28 नवंबर। बिहार सरकार द्वारा आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर एक्सीलेंस के रूप में स्थापित स्कूल ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में आज 72वां राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया गया जिसमें एमए प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस मौके पर एक परिचर्चा आयोजित की गई जिसका विषय था "संवैधानिक दायित्व और समकालीन भारतीय मीडिया"।

इस विषय पर अनन्या कुमारी, निखिल कुमार, शुभम कुमार, फहद फातमी और पूजा भगत ने अपने विचार प्रस्तुत किए। शुभम कुमार को प्रथम पुरस्कार मिला।

अनन्या ने अनुच्छेद 19 1 (ए) पर बात की और सुझाव दिया कि भारतीय मीडिया को अधिक जिम्मेदार होना चाहिए। निखिल कुमार ने कहा कि प्रेस जो कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, उसकी भूमिका जनता को उनके अधिकारों और जिम्मेदारी का एहसास कराना है। शुभम कुमार ने यह कहकर चर्चा में योगदान दिया कि कोई भी स्वतंत्रता पूर्ण नहीं है, इसलिए मीडिया को तथ्यों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए। फहद फातमी ने मीडिया के पक्ष में मौजूद कानून के बारे में बात की।  पूजा भगत ने कहा कि मीडिया हमारे समाज में छिपे तथ्यों को उजागर करता है।

इस अवसर पर निदेशक डॉ. इफ्तेखार अहमद, समन्वयक, डॉ मनीषा प्रकाश और संकाय सदस्य डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ अफाक हैदर और डॉ अमित कुमार उपस्थित थे।


इससे पहले भारत के संविधान की प्रस्तावना के पाठ के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।

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