बिहार राज्य आशा संघ ने पंद्रह सूत्री मांगों को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन।

 


बेतिय, 20 दिसंबर।  बिहार राज्य आशा संघ एटक कि ओर से आशा फैसिलीटेटर एवं ममता से संबंधित पंद्रह सूत्री मांगों को लेकर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया. सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने 21000 हजार मानदेय ए एन एम प्रशिक्षण में पचास प्रतिशत आरक्षण देने 8 घंटा से ज्यादा काम नहीं लेने कोरोना ड्यूटी की राशि का भुगतान करने आशा दिवस विधवत करने  आशा को 12 लाख का बिमा देने आदि कि मांग गई. नरकटियागंज,लौरिया तथा नौतन पी एच सी  कार्यों में सुधार करने की मांग की गई. संघ के प्रदेश नेता ओमप्रकाश क्रान्ति ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों को धरती पर उतारने में आशा की बहुत बड़ी भूमिका है लेकिन आशा को पेट भरने लायक मजदूरी नहीं दी जाती है तथा प्रोत्साहन भी नहीं मिलता है. सरकार द्वारा आशा को मोबाइल देने की घोषणा तो कर दी गई है लेकिन अभी तक मोबाइल नही मिला जिससे ऑन लाइन काम करने में काफी कठिनाई होती है. करोना काल में 12 घंटे आशा से काम लिया जा रहा है लेकिन आशा को कोई भुगतान नहीं हो रहा है. प्रदर्शन का नेतृत्व पुष्पा देवी,साधना देवी, बेनू देवी,सरोज देवी,पूनम देवी,अनीता देवी आदि ने दियाl

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