बेतिया,25 जनवरी। नितिन नवीन मंत्री, पथ निर्माण विभाग, बिहार सरकार-सह-प्रभारी मंत्री, पश्चिम चम्पारण की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुयी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सांसद, संजय जायसवाल, मुख्य अभियंता, जल संसाधन, पथ निर्माण विभाग जुड़े रहें साथ ही समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी कुंदन कुमार, अपर समाहर्ता अनिल राय सहित एसडीएम, बेतिया/नरकटियागंज, सभी संबंधित कार्यपालक अभियंता आदि उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि संभावित बाढ़ एवं कटाव से गांवों एवं जन मानस को बचाने के लिए कारगर उपाय किया जाय। बरसात के पूर्व चिन्हित स्थलों पर एंटीरोजन वर्क कराना सुनिश्चित किया जाय ताकि ग्रामीणों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि सड़क, पुल-पुलिया आदि के निर्माण में प्राक्कलन का विशेष ध्यान रखा जाय। प्राक्कलन के अनुरूप ही सड़क, पुल-पुलिया आदि का निर्माण कराया जाय। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।
उन्होंने कहा कि सभी कार्यपालक अभियंता अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत संभावित कटाव से संबंधित स्थलों का स्थलीय निरीक्षण करें तथा गांव एवं ग्रामीणों को बाढ़ एवं कटाव से बचाने के लिए त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि पूर्व के बाढ़ आपदा के समय जिन स्थलों पर बाढ़ एवं कटाव की समस्या थी वहां विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अतिमहत्वपूर्ण बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य की लिस्टिंग कर ली जाय और विभागीय दिशा-निर्देश के अनुरूप तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित किया जाय।
उन्होंने निदेश दिया कि आरओबी, बगहा के निर्माण में आने वाली समस्याओं का त्वरित निष्पादन कराते हुए शीघ्र निर्माण कराया जाय ताकि आमजन इससे लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि धनहा-रतवल पुल के समीप लगभग 120 मीटर गाईड बांध निर्माण/मरम्मति की दिशा में समन्वय स्थापित कर कारगर कार्रवाई की जाय ताकि दर्जनों गांवों को बाढ़ एवं कटाव से मुक्ति दिलायी जा सके।
जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा संभावित बाढ़ एवं कटाव के मद्देनजर जल निस्सरण प्रमंडल के रिस्ट्रक्चर करने की बात कही गयी ताकि बाढ़ एवं कटाव की स्थिति में त्वरित राहत कार्य कराया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि गत वर्ष की बाढ़ आपदा में कैम्प करके गाइड बांध को बचाया गया है कोई भी क्षति नहीं होने दी गयी। कई स्थलों पर प्राथमिकता के तौर पर बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य कराया जाना अतिआवश्यक है।
समीक्षा के क्रम में मुख्य अभियंता, जल संसाधन द्वारा बताया गया कि पश्चिम चम्पारण जिले को बाढ एवं कटाव़ आपदा से बचाने के लिए कुल-35 योजनाओं का प्रपोजल बनाया गया है जिसमें से 11 पूरी तरह फाइनल है, जिस पर तुरंत कार्रवाई की जानी है। शेष योजनाओं के सेंशन हेतु प्रयास किया जा रहा है।
इसी क्रम में माननीय प्रभारी मंत्री द्वारा शराबबंदी, पोषण-02, नल-जल, बुडकों की जिले में चल रही योजनाओं, पथ निर्माण विभाग की जिले में चल रही योजनाओं, एनएच आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी।
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