भाकपा माले का 11वां राज्य सम्मेलन 25 मार्च से 27 मार्च तक बिहार राज्य के गया में सम्पन्न होगा।

 


पटना, 23 मार्च ।  भाकपा माले का 11वां राज्य सम्मेलन 25 से 27 मार्च तक गया में हो रहा है।सम्मेलन में पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य समेत पूरे राज्य से 1000 से ज्यादा चयनित प्रतिनिधि,पर्यवेक्षक और अतिथि भाग लेंगे। पश्चिम चम्पारण से 28 प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग लेगें जो 24 मार्च को ही रेल मार्ग से रवाना होगें, सम्मेलन का मुख्य नारा है-बढ़ती भाजपाई साजिश के खिलाफ वामपंथ को मजबूत करो, महागठबंधन को धारदार बनाओ। सम्मेलन से संगठन को मजबूत बनाने,जनमुद्दे पर आंदोलन तेज करने और उन्माद की राजनीति को शिकस्त देने की कार्ययोजना बनायी जाएगी। उक्त बातें प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य सुनील यादव ने कहीं, उन्होंने कहा कि बिहार देश का सबसे गरीब राज्य गरीबी उन्मूलन और भ्रष्टाचार से लड़ने में फिसड्डी बना हुआ है, तकलीफ की बात है कि भाजपा-जदयू की सरकार का यह कोई एजेंडा नही है। यह सरकार मज़दूर,किसानों और नौजवानों के एजेंडा पर काम नही कर रही है,साम्प्रदायिक विभाजन ही इनकी राजनीति बन गयी है। जदयू ने पूरी तरह भाजपा के नफरत और विभाजन की राजनीति के सामने समर्पण कर दिया है।

भाकपा माले नेता सुनील राव ने कहा कि देश-समाज को भाजपाई विध्वंशक नीति से बचाने के लिये बड़ी एकता बनाने की जरूरत है। वामपंथ की इसमे बड़ी भूमिका है और भाकपा माले इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता से लगी हुई है। चम्पारण  में माले की मज़बूती के जरिये ही भाजपा को कमजोर किया जा सकता है।

पार्टी नेता रविन्दर रवि ने कहा कि 28-29 मार्च को आहूत अखिल भारतीय मज़दूर हड़ताल को पश्चिम चंपारण में भी सफल बनाया जाएगा।बढ़ती मंहगाई और बेकारी के खिलाफ ग्रामीण हड़ताल होगी और 29 मार्च को एक्टू और खेग्रामस का बड़ा प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में केंद्रीय मुद्दे के साथ साथ दलित गरीबों को उजाड़े जाने के खिलाफ आवाज़ बुलंद की जाएगी और 200 यूनिट फ्री बिजली देने, स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रद्द करने की मांग उठाई जाएगी। उन्होंने एमएलसी चुनाव में राजद प्रत्याशी को जिताने की अपील की।


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