टीबी बीमारी को न समझे कलंक-डॉ लुकमान

 



मझौलिया,25 मार्च। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरिसवा में टीबी बीमारी को लेकर देखभाल और सहायता समूह की बैठक सम्पन्न हुई।बैठक में टीबी मरीज,टीबी चैंपियन,टीबी मरीज की देखभाल करनेवाले परिजन,एसटीएस,लैब तकनीशियन आदि शामिल हुए।इस दौरान एपीएचसी सरिसवा के  प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ लुकमान ने कहा कि  टीबी बीमारी अब लाईलाज नही है।अगर लक्षण आने पर सही समय पर जांच और ईलाज हो तो टीबी को जड़ से समाप्त कर सकते है।डॉ लुकमान कहा कि टीबी बीमारी कलंक नही है इसलिए इससे मन मे कुंठा की भावना न  रखें।वही चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुमित कुमार ने बैठक में उपस्थित नए मरीजों से कहा कि टीबी बीमारी की दवा लगातार छः महीने तक खाने से मरीज ठीक हो जाते है।वही केएचपीटी के सामुदायिक समन्यवक डॉ घनश्याम ने कहा कि टीबी से ग्रसित मरीजों को सरकार के तरफ से पांच सौ रुपये पोषण राशि दी जाती है।मौके पर उपस्थित टीबी चैंपियन ढोरा मांझी ने टीबी मरीजों को बताया कि जिस दिन मुझे मालूम हुआ कि मुझे भी टीबी है मैं भी काफी घबडा गया था लेकिन सरकारी अस्पताल से दवा लेकर लगातार छः माह तक दवा खाया और डॉक्टरों के निर्देश का पालन किया जिससे मैं आज पूर्ण रूप से स्वस्थ हूँ।ढोरा ने टीबी मरीजों से कहा कि वें घबराये नही और नियमित रूप से दवा का सेवन करें आपलोग भी पूर्णरूप से स्वस्थ हो जाएंगे।इस दौरान टीबी मरीजों की समस्याओं का निराकरण किया गया।बैठक में  टीबी मरीज तथा उनकी देखभाल करने वाले परिजन उपस्थित रहे।

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