बेतिया, 19 अप्रैल। रोजगार देने और प्रवासी मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करने में नीतीश सरकार फेल हो चुकीं है, उक्त बातें भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहीं, रामपुरवा पकड़ीदयाल पूर्वी चंपारण के कमोद राम, पिता सतनारायण राम जिनकी तमिलनाडु के इरोड मोड़ाकुरूची ऑयल मील दुर्घटना में मौत हो गई है, उस पीड़ित परिवार से मिल कर दर्द को बाटने पहुंचे थे, माले विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि दुर्घटना में मौत के बाद मुआवजा के लिए आंदोलन कर रहे मजदूरों पर 6 अप्रैल को तमिलनाडु पुलिस ने बर्बर लाठी चार्ज किया। सैकड़ों मजदूरों को नामजद कर 40 को जेल भेज दिया है। मजदूरों को मांग पुरा करने की बजाय उल्टे मजदूरों को ही जेल भेजे दिया गया है, जो सभी मजदूर चंपारण से हीं है, उन मजदूरों के परिवार से भी मिल कर माले विधायक ने नीतीश सरकार से तत्काल तमिलनाडु सरकार से बात कर जेल से मुक्त कराने की मांग किया,
माले विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि इधर के दिनों में लगतार प्रवासी मजदूरों के साथ घटनाएं घट रही है, प्रवासी मजदूर कठिन परिस्थितियों में काम करते आ रहें हैं, वही भाकपा माले लगतार मांग करते आ रहीं हैं कि सभी जिलों में प्रवासी मजदूरों के सहायता के लिए सहायता केंद्र सरकार खोलें, मगर नीतीश सरकार ने न तो बिहार में रोजगारों दे रहीं हैं, न प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा के लिए कुछ कर रहीं हैं, जिसका ताजा उदाहरण तमिलनाडु की घटना है, नीतीश सरकार ने न तो मृत मजदूरों की और न तो जेल गए, मजदूरों की शुद्धि ली है। यह बिहार की भाजपा नीत नीतीश सरकार की मजदूरों के प्रति घोर अमानवीय रवैया है। भाकपा माले ने नीतीश सरकार से मृतक के परिवार को मुआवजा देने घोषणा करने तथा जेल में बंद मजदूरों की रिहाई के लिए तमिलनाडु सरकार से बात करने की मांग किया।
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