पश्चिमी चंपारण जिले के विभिन्न पंचायतों में कार्यान्वित योजनाओं/कार्यक्रमों की एक साथ करायी गयी स्थलीय जांच।

 


बेतिया, 25 मई। मुख्य सचिव, बिहार द्वारा जारी दिशा-निर्देश तथा जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण के निदेश के आलोक में आज जिले के सभी प्रखंडों में विभिन्न पंचायतों में कार्यान्वित विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की स्थलीय जांच जिलास्तरीय पदाधिकारियों से करायी गयी है। इस दौरान विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र, हर घर नल का जल, घर तक पक्की नाली गली, एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक छात्रावास, पंचायत में स्वास्थ्य सुविधा, सभी प्रकार के सामाजिक सुरक्षा पेंशन, पीडीएस, ग्रामीण सड़क, अधिप्राप्ति केन्द्र, मनरेगा, आवास योजना, पंचायत सरकार भवन, भू-राजस्व की स्थिति की सूक्ष्मता से जांच करायी गयी।


जिन पंचायतों में आज एक साथ जिलास्तरीय पदाधिकारियों से विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की जांच करायी गयी है उनमें सेरहवा, मियांपुर, सेमरबारी, जैतिया, लक्ष्मीपुर, परसौनी, नड्डा, महनाकुली, बसंतपुर, दक्षिणी तेलुआ, राजपुर तुमकड़िया, बसवरिया, चंद्राहा रूपवलिया, गोनौली डुमरा, रायबारी महुअवा, कोलुआ चौतरवा, रमपुरवा महनवा, धनौजी, मंझरिया, गुदरा, हथिया, मधुरी, मलदहिया पोखरिया, मठिया, वाल्मीकिनगर, डीही पकड़ी, बीबी बनकटवा, सोहसा, परसौना, सेमरा-लबेदाहां, तमकुहा, श्रीनगर, मंझरिया, सिसवा-बसंतपुर, सरगटिया, जोगिया, कोईरपटटी, मधुवा, उतरी पटजिरवा, उतर तेलुआ, जगदीशपुर, लखौरा, पूर्वी तुरहापट्टी, बथना, दनियाल परसौना, करमवा, नौतनवा, बैठनिया भानाचक, ढढवा, भितिहरवा, टोला चपरिया, मैनाटांड़, जमुनिया, कुंडिलपुर, मंचगवा, बासोपट्टी, सूर्यपुर एवं पुरैना के नाम शामिल हैं। 


जांच करने वाले जिलास्तरीय अधिकारियों में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, व्यवस्थापक, बेतिया राज, अनुमंडल पदाधिकारी, बगहा/बेतिया, नरकटियागंज, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, सभी वरीय उप समाहर्ता आदि शामिल थे।

जिलाधिकारी  कुंदन कुमार द्वारा जांच अधिकारियों को निदेशित किया गया था कि विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण पूर्वाह्न 11.00 बजे से पहले कर लेंगे। हर घर नल का जल योजना की स्थिति एवं उसका रखरखाव, अंतिम छोर पर अवस्थित घरों तक जलापूर्ति का निरीक्षण, अतिरिक्त पानी या पानी के रिसाव का निरीक्षण करेंगे। इसी तरह घर तक पक्की नाली गली योजना की स्थिति एवं उसका रखरखाव, नाला के अंतिम छोर तक नाली का निर्माण एवं सोक पीट की स्थिति, पंचायत में प्राथमिक/माध्यमिक/हाईस्कूल निरीक्षण के क्रम में छात्रों की उपस्थिति, शिक्षकों की उपस्थिति, भवन की स्थिति, लड़कों के शौचालय, लड़कियों के शौचालय, पेयजल, बिजल, वर्दी, स्कूल की किताबें, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना, साईकिल, पुस्तकालय, कम्प्यूटर कक्ष, प्रयोगशाला, मध्यान भोजन आदि की जांच अच्छे तरीके से की जाय।


पंचायत में स्वास्थ्य सुविधा अंतर्गत चिकित्सकों, पारा मेडिकल स्टॉफ, आशा वर्कर की उपस्थिति एवं दवाईयां, उपकरण, बिस्तर, शौचालय, भवन की स्थिति, बिजली कनेक्शन, जलापूर्ति कनेक्शन का निरीक्षण के साथ ग्रामीणों से प्रतिक्रिया प्राप्त करेंगे। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सेविका-सहायिका, बच्चों की उपस्थिति, भवन, शौचालय, बिजली, पोषण कार्यक्रम, गर्भवती कुपोषित एवं कम वनज के बच्चों के लिए पूरक पोषाहार, यूनिफॉर्म, प्री-स्कूल लर्निंग एवं अन्य सुविधाओं का निरीक्षण किया जाय। इसीतरह पीडीएस अंतर्गत खाद्यान्न भंडार का निरीक्षण, खाद्यान्न की गुणवता, खाद्यान्न का वितरण एवं पॉस मशीन का निरीक्षण अच्छे तरीके से सुनिश्चित किया जाय।


मुख्य सचिव, बिहार द्वारा जारी दिशा-निर्देश तथा जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण के निदेश के आलोक में अधिकारियों द्वारा पंचायतों में कार्यान्वित विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों की जांच की गयी है तथा जांच प्रतिवेदन फोटोग्राफ एवं ग्रामीणों के फीडबैक के साथ संबंधित पोर्टल पर अपलोड की जा रही है तथा जिलाधिकारी को भी प्रतिवेदित किया गया है। .

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